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डीए का बकाया व छठे-पे कमिशन की रिर्पोट लागू करने के लिए डीसी दफ्तर कर्मियों ने रखी कलमछोड़ हड़ताल

सांझा मुलाजिम मंच पंजाब और यूटी द्वारा दिए गए संषर्घ के आह्वान पर जिला मानसा के समूह डीसी दफ्तर कर्मचारी अपनी एक दिवसीय कलम छोड़ हडताल पर रहे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 06:07 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 06:23 AM (IST)
डीए का बकाया व छठे-पे कमिशन की रिर्पोट लागू करने के लिए डीसी दफ्तर कर्मियों ने रखी कलमछोड़ हड़ताल
डीए का बकाया व छठे-पे कमिशन की रिर्पोट लागू करने के लिए डीसी दफ्तर कर्मियों ने रखी कलमछोड़ हड़ताल

जासं, मानसा : सांझा मुलाजिम मंच पंजाब और यूटी द्वारा दिए गए संषर्घ के आह्वान पर जिला मानसा के समूह डीसी दफ्तर कर्मचारी अपनी एक दिवसीय कलम छोड़ हडताल पर रहे। इस अवसर पर उन्होंने दफ्तर के बाहर बैठकर अपनी मांगें मनवाने के लिए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संघर्ष में शामिल होते हुए सोमवार को डीसी दफ्तर मानसा, उप मंडल मजिस्ट्रेट दफ्तर मानसा/बुढलाडा/सरदूलगढ़, तहसील दफ्तर मानसा/बुढलाडा/सरदूलगढ़ और जिले की सब तहसीलों में कर्मचारियों ने पैन डाउन स्ट्राइक रखकर सरकार के खिलाफ रोष जताया। इस मौके पर कन्वीनर सांझा संघर्ष समिति पंजाब और यूटी जिला मानसा जसदीप सिंह चहल, केवल सिंह प्रधान मल्टीपर्पज हेल्थ इंलाइज यूनियन मानसा, जसवंत सिंह लहरा प्रधान डीसी दफ्तर यूनियन, प्रताप सिंह सीनियर सहायक, संदीप सिंह क्लर्क दफ्तर सिविल सर्जन मानसा, प्रवाजपाल सिंह, रामलाल, गुरदर्शन सिह और हरदेव सिंह मौजूद रहे।

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जानकारी देते हुए संदीप सिंह चहल प्रधान व लाल सिंह जसवंत सिंह मानसा ने बताया यदि सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो पंजाब के समूह मुलाजिम और उनके परिवार पंजाब में काली दिवाली मनाएंगे और आने वाले दिनों में संघर्ष तीखा करेंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी।

इन मांगों को लेकर जताया रोष

समूह कर्मचारियों ने कहा कि उनकी मांगों में डीए की पांच किस्तों का बकाया जारी करना, छठे-पे कमिशन की रिपोर्ट लागू करना, पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करना, नई पेंशन स्कीम के कर्मचारियों की ग्रेच्युटी संबंधित लिए गए फैसले/मानी हुई मांगें मानना, कच्चे कर्मियों को पक्का न करना, पंजाब सरकार की तरफ से लगाया गया पंजाब प्रोफेशनल टेक्स बंद करना, मेडिकल भता एक हजार रुपये प्रति माह करना, शिक्षा भत्ता लागू करना है।


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