युवा बोले-रोजगार मेले में बुलाकर उड़ा रहे मजाक
सचिन आनंद, खन्ना पंजाब सरकार की तऱफ से युवाओं को रोजगार देने के मकसद से रोजगार मेलो का आयोजन किय
सचिन आनंद, खन्ना
पंजाब सरकार की तऱफ से युवाओं को रोजगार देने के मकसद से रोजगार मेलो का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन इसके सार्थक नतीजे फिलहाल देखने को नहीं मिल रहे हैं। मेलों में नौकरी की आस में युवाओं की भीड़ तो जुट रही है, लेकिन उम्मीद के मुताबिक वेतन और नौकरी नहीं मिलने से उनके हाथ निराशा ही लग रही है। ऐसा ही कुछ हाल शुक्रवार को खन्ना के गुलजार इंस्टीट्यूट में आयोजित रोजगार मेले के दौरान पहुंचे युवाओं से बात करने के बाद सामने आया।
दहेड़ू के रहने वाले भगवान ¨सह ने कहा कि वह यहां इस उम्मीद के साथ आए थे कि उन्हें अच्छी नौकरी मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। खुद को बड़ी कंपनियां कहने वाले आइटी डिप्लोमा होल्डर को 9000 रुपये प्रति माह वेतन दे रहे हैं, जबकि वह लोकल फर्म में 10000 रुपये ले रहे हैं। ऐसे में 9000 रुपये में कौन इतनी दूर जाएगा। इसी गांव के रहने वाले संदीप ¨सह ने कहा कि तजुर्बे और योग्यता के हिसाब से नौकरी नहीं मिल रही। जैसा सोचा था उसका विपरीत रोजगार मेले हैं।
युवक जुझार ¨सह ने कहा कि रोजगार मेला उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रहा। केवल खानापूर्ति की जा रही है। अच्छी नौकरियां नहीं हैं। एक अन्य युवक सुख¨वदर ¨सह ने कहा कि सरकार ने वादा तो कर लिया लेकिन, नौकरी नहीं दे पा रही। अब ऐसे फर्जी रोजगार मेले लगाकर चुनाव से पहले युवाओं को बहलाने की कोशिश की जा रही है। सरकारी नौकरियों के अवसर दिए जाने चाहिए।
योग्यता व अनुभव के हिसाब से बढ़ेगा वेतन : डीसी
डिप्टी कमिश्नर लुधियाना प्रदीप अग्रवाल का कहना है कि पंजाब सरकार की तरफ से घर-घर रोजगार स्किम के तहत 13 फरवरी से रोजगार मेले लगाए जा रहे हैं। यहां लगभग 100 कंपनियों ने भाग लिया है। हजारों युवाओं का इसका लाभ मिल रहा है। योग्यता और अनुभव के हिसाब से वेतन दिए जा रहे हैं, जो आगे जाकर कंपनियों की तरफ से बढ़ाए भी जाएंगें।