यस बॉस कल्चर गिरा रहा शिक्षा का स्तर : कुलदीप सिंह
जगराओं डीटीएफ की ओर से जगराओं के बेसिक स्कूल में अध्यापकों की दिशा व दशा विषय पर सेमीनार में अध्यापकों को चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए ²ड़ इरादे से संघर्षों में शामिल होने वाली प्रेरित किया।
जागरण संवाददाता, जगराओं
डीटीएफ की ओर से जगराओं के बेसिक स्कूल में अध्यापकों की दिशा व दशा विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर कुलदीप सिंह पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला ने कहा कि अफसरशाही यस बॉस का कल्चर पैदा करके अध्यापकों की बेचैनी में वृद्धि करने के साथ शिक्षा का स्तर गिरा रहे हैं। उन्होंने अध्यापक लहर को एकजुट होकर संघर्ष करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि शासक वर्ग कभी भी गरीबों की शिक्षा के प्रति संजीदा नहीं होता है। गरीब व जरूरतमंद वर्ग को समान शिक्षा का अधिकार हासिल करने के लिए लगातार जूझना पड़ रहा है। अध्यापक वर्ग सरकारी नीतियों के कारण परेशानी व तनाव में गुजर रहा है। अध्यापकों को संवेदनशील बनाने की जगह रोबोट बना दिया गया है। विद्यार्थियों की शख्सीयत को बहुमुखी निखारने की जगह संवेदनहीन, रट्टे लगाओ व केवल परीक्षा पास करने वाले आंकड़े बनाकर रख दिया है। जिससे समाज में नए संकट पर मारू प्रभाव पड़ रहे हैं।
इस मौके पर प्रो. कर्म सिंह संधू ने कहा कि कॉलेजों में विद्यार्थियों की संख्या हर वर्ष कम होती जा रही है। बहुत सारे कॉलेजों में विद्यार्थियों की गिनती एक तिहाई तक कम हो चुकी है। हमारे देश की नौजवान व होनहार शक्ति विदेश का रूख कर रही है।
इस मौके पर पीसीएस अधिकारी डॉ. एचएस डिपल ने अलोप हो रही भाषाओं व कारपोरेट सेक्टर की नीतियों पर अंगुली उठाई।
इस मौके पर डीटीएफ के जिला प्रधान गुरदेव सिंह व ब्लॉक प्रधान मनजिदर सिंह ने पैदा हुई चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए दृढ़ इरादे से संघर्ष में शामिल होने के लिए अध्यापकों को प्रेरित किया।
इस मौके पर डॉ. सरूप सिंह ततला, परमजीत पनेसर, चरण सिंह नुरपुरा, बलदेव सिंह बुचकर, दविदर सिंह सिद्धु, आलम राणा, अशोक भंडारी, मलकीत सिंह, जसवंत सिंह कलेर, सुधीर झांजी, जोगिदर आजाद, हरदेव सिंह, गुरप्रीत सिंह सहित स्कूलों के अध्यापक उपस्थित थे।