हे! अन्नदाता आखिर खुदकशी क्यों करते हो..
जागरण संवाददाता, लुधियाना पंजाब में किसानों द्वारा की जा रही आत्म हत्या को रोकने के सुझाव
जागरण संवाददाता, लुधियाना
पंजाब में किसानों द्वारा की जा रही आत्म हत्या को रोकने के सुझाव व जागरुकता फैलाने के उद्देश्य को लेकर पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित की गई राज्य स्तरीय लेख, कविता, कहानी व स्लोगन लेखन, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा रविवार को वर्ल्ड सुसाइड प्रीवेंशन-डे पर की गई।
एक माह तक चली इस प्रतियोगिता में 19 जिलों के 69 शिक्षण संस्थानों के 937 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और पांच विषयों लाइफ की मुश्किलों का सामना कैसे करें, जूझते रहना ही पंजाबियों की पहचान, खुदकशी एक समस्या-हल नहीं, भाईचारा बढ़ाएं व सादे ब्याह सादे भोग, न कर्ज न चिंता रोग पर कविता, लेख व कहानियों के जरिए आत्म हत्या रोकने के सुझाव दिए। 16 जजों के निर्णायक मंडल ने 35 से अधिक स्टूडेंट्स को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार व 50 स्टूडेंट्स को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना। विजेता स्टूडेंट्स को पद्मश्री सुरजीत पातर व भूपिंदर पातर, वीसी डॉ बलदेव सिंह ढिल्लों व परमजीत कौर ढिल्लों, डॉ अमरजीत सिंह, डॉ एमएस ने सम्मानित किया। इस दौरान प्रतिभागियों ने कविताओं व नाटक के जरिए आत्महत्या पर कटाक्ष भी किया।
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सुसाइड रोकने का सुझाव: लेख, लेवल-1
प्रथम- बाबा खड़ग सिंह कॉलेज अमृतसर की अंतरप्रीत कौर।
द्वितीय-सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल होशियारपुर की प्राची शर्मा।
तृतीय-अकाल अकेडमी फिरोजपुर की सिमरन कौर।
सांत्वना पुरस्कार-गुरु हरगोबिंद पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल की हरमिलन कौर।
- लेवल-2
प्रथम- किचलू नगर की पूजा मनचंदा।
द्वितीय-स्वामी गंगा गिरी जनता गर्ल्ज कॉलेज रायकोट की मनप्रीत कौर।
तृतीय-खालसा कॉलेजफॉर वुमेन की तेजिंदर कौर।
सांत्वना पुरस्कार- शेरपुर चौक पठानकोट की आयुषि गुप्ता।
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कविता: लेवल-1
प्रथम-इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर बठिंडा की गुरलीन कौर रूमाना।
द्वितीय-डीएवी पब्लिक स्कूल लुधियाना की नंदिका छुनेजा।
तृतीय-संत ईशर सिंह जी मेमोरियल पब्लिक स्कूल राड़ासाहिब की गराहिलप्रीत कौर।
लेवल-2
प्रथम-गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्ज लुधियाना की कृतिका।
द्वितीय- स्वामी गंगा गिरी जनता गर्ल्ज कॉलेज रायकोट की किंदरजीत कौर।
तृतीय- न्यू पंजाब माता नगर पक्खोवाल रोड की नम्रता सिंह।
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स्लोगन: लेवल-1
प्रथम-बीसीएम सीनियर सेकेंड्री स्कूल लुधियाना के गुरिंदर सिंह।
द्वितीय-एचवीएम कॉन्वेंट सीनियर स्कूल बस्ती जोधेवाल के इंद्रपाल सिंह।
तृतीय-डीएवी पब्लिक स्कूल लुधियाना के अभिनव जैन।
लेवल-2
प्रथम- पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के हरगुनप्रीत सिंह।
द्वितीय-लुधियाना की हर्षप्रीत कौर।
तृतीय-बीआरएस नगर की रवजोत कौर।
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कहानी: लेवल-1
प्रथम- तलवंडी साबो बठिंडा से रूही सिंह।
द्वितीय- अमृत इंडो कनेडियन अकेडमी लुधियाना की परलीन कौर।
तृतीय- अकाल अकेडमी फिरोजपुर की कोमलप्रीत कौर।
लेवल-2
प्रथम- खालसा कॉलेज फॉर वुमेन लुधियाना की अमृतपाल कौर।
द्वितीय- कॉलेज ऑफ होम साइंस पीएयू की सृष्टि तिवारी।
तृतीय- खालसा कॉलेज फॉर वुमेन की निशा रानी।
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पोस्टर: लेवल-1
प्रथम-गुरु हरगोबिंद पब्लिक सीनियर सेंकेड्री स्कूल लुधियाना के अनमोल सिंह।
द्वितीय- संत ईशर सिंह जी मेमोरियल पब्लिक स्कूल राड़ा साहिब की पर्ल।
तृतीय- बीसीएम सीनियर सेकेंड्री स्कूल की प्रिया।
लेवल-2
प्रथम- सुखमणि इंक्लेव लुधियाना की राधिका।
द्वितीय-जीएचजी खालसा कॉलेज गुरुसर सुधार के रमनजोत सिंह।
तृतीय- जीआरडी अकेडमी लुधियाना के विजय कुमार।
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सुंदर बीजों के साथ सुंदर लफ्जों से रोकी जा सकती है आत्महत्याएं
पद्मश्री सुरजीत पातर ने कहा कि साहित्य, कविताएं आत्महत्या रोकने में बहुत बड़ा रोल अदा कर सकती है। मैं अकसर कहता हूं कि पंजाब को, पंजाब के खेतों को अच्छे बीजों की जितनी जरूरत है,उतनी ही पंजाब के लोगों के मन को सुंदर लफ्जों की जरूरत है। इससे मतलब यह है कि पंजाब के किसानों को ऐसे साहित्य व कतिवाओं से जोड़ा जाए, जो उनमें सकारात्मक सोच का प्रवाह करें।