महिला और पुरुष एक-दूसरे के पूरक यही सोच बनाएगी खुशहाल जिंदगी
महिला और पुरुष एक-दूसरे के पूरक हैं।
जासं, लुधियाना : महिला और पुरुष एक-दूसरे के पूरक हैं। इस तरह की सोच से दोनों को ही अपना दायरा बड़ा करने की जरूरत है। ऐसी सोच महिला एवं पुरुष दोनों का जीवन खुशहाल बना सकती है।
यह बात लाइफ कोच एवं स्पीकर राखी ओसवाल ने वीरवार को होटल पार्क प्लाजा में आयोजित वर्कशॉप के दौरान कही। यह वर्कशॉप अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित की गई जिसमें महिलाओं को आमंत्रित किया गया। राखी ओसवाल ने कहा कि हर महिला कुछ भी शुरू करने से पहले यह सोचे कि वह इस काम के लिए तैयार हैं। वह अपने लिए समय बिताएं, खुद से प्यार करें। यदि ऐसा करना सीखेंगी तो दूसरा भी उनका सम्मान करेगा और उनमें भी अपने प्रति प्यार की भावना आएगी। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ही वर्कशॉप में एक उदाहरण देते हुए वह बोलीं, यदि कोई महिला यह सोचती है कि वह अमीर बने तो सबसे पहले उसे इस सवाल का जवाब जानना चाहिए कि वह अमीर ही क्यों बनना चाहती है। यही जवाब उसे अपनी लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करेगा। इसके अलावा राखी ने आगे कहा कि समाज में एक महिला किसी की पत्नी, मां, बहन का रोल निभा रही है। यदि यह सोचे कि उसकी सबसे पहली प्राथमिकता क्या है? तो इसका जवाब खुद का विकास करना ही होगा। बच्चों को आध्यात्मिकता से भी जोड़ रहीं
राखी ओसवाल बच्चों के लिए भी स्प्रिचुअल जिम चला रही हैं। इस पर भी उन्होंने वर्कशॉप में जानकारी दी और कहा कि इसमें बच्चों को किसी एक धर्म के बारे में नहीं बताया जाता बल्कि उन्हें आध्यात्मिकता से जोड़ा जाता है। जिदगी का क्या मकसद है, यह समझाया जाता है। हंसी व खुशी भरा वातावरण देकर बच्चों में जानने के शक्ति का बीज बोया जाता है। इस दौराम उनकी ओर से डौंस स्टेप बी सिखाए गए। इस वर्कशॉप में सौ के करीब महिलाएं शामिल हुई।