Farmers Protest: जगराओं में महिलाओं ने किसानाें के समथर्न में निकाला रोष मार्च, मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी
Farmers Protest कृषि सुधार कानूनाें के विराेध में अब महिलाएं भी आगे आ रही हैं। सुखविंदर कौर व गुरमीत कौर की अगुआई में मजदूर महिलाओं ने संघर्ष मोर्चे में शामिल की गई। उन्होंने कहा कि खेती संबंधी काले कानूनों किसानाें से अधिक मजदूरों के लिए खतरनाक है।
जगराओं, (लुधियाना) जेएनएन। Farmers Protest: कृषि सुधार कानूनाें के विराेध में किसानाें के समर्थन में अब महिलाएं भी आगे आ रही हैं। बुधवार काे ग्रामीण मजदूर यूनियन मशाल की सदस्यों महिलाओं ने मोहल्ला मुंकदपुरी से लेकर रेल पार्क संघर्ष मोर्चे तक किसानी मोर्चे के समर्थन में मार्च निकाला।
सुखविंदर कौर व गुरमीत कौर की अगुआई में मजदूर महिलाओं ने संघर्ष मोर्चे में शामिल की गई। उन्होंने कहा कि खेती संबंधी काले कानूनों किसानाें से अधिक मजदूरों के लिए खतरनाक है। इन कानूनों के लागू होने से राशन डिपू बंद हाेंगे। दलितों की बिजली यूनिटों की रियात खत्म होगी। बच्चों को स्कूलों में मिलती मिड डे मील स्कीम खत्म होगी। खेती की उजाड़े से दिहाड़ीदार भूख से मरेंगे। इसलिए गरीब मजदूर किसान संघर्ष से पूरे जोर से जुड़ चुके है।
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मोदी सरकार के खिलाफ फूटा गुस्सा
महिलाओं ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते कहा कि मोदी ने आम वर्ग का जीना मुश्किल कर दिया है और इन काले कानूनों से भविष्य में लोग दो वक्त की रोटी खाने के भी मोहताज हो जाऐंगे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को देश के अन्नदाताओं का दर्द समझते हुए इन काले खेती कानूनों को रद्द करना चाहिए। इस मौके पर प्रधान करनैल सिंह, भोला व राज कुमार आदि उपस्थित थे।