Covid-19 की डयूटी के लिए अध्यापकों को बुलाया, फिजिकल डिस्टेंसिंग का नहीं रखा ध्यान
30-40 अध्यापकों के ग्रुप को छोटे से कमरे में बैठने को कहा गया जहां फिजिकल डिस्टेंसिंग का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा गया। सुबह दस बजे अध्यापकों की उपस्थिति दर्ज की गई।
लुधियाना, जेएनएन। शिक्षा विभाग एलीमेंट्री की ओर से वीरवार रात अध्यापकों को सूचना दी गई कि शुक्रवार उनकी ड्यूटी कोविड-19 संबंधी लगाई जा रही है, इसके लिए उन्हें सुबह आठ बजे कॉरपोरेशन दफ्तर जोन ए में नीरज कुमार को रिपोर्ट करनी है। शुक्रवार सुबह जैसी ही अध्यापक कारपोरेशन दफ्तर पहुंचे, 30-40 अध्यापकों के ग्रुप को छोटे से कमरे में बैठने को कहा गया, जहां फिजिकल डिस्टेंसिंग का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा गया। सुबह दस बजे अध्यापकों की उपस्थिति दर्ज की गई।
अध्यापक सुखधीर सेखों ने कहा कि उन्हें एक छोटे से कमरे में बिठाया गया, जहां फिजिकल डिस्टेंसिंग का कोई ध्यान नहीं रखा गया। जिस अधिकारी को उन्हें रिपोर्ट करनी थी, वह खुद साढ़े बारह बजे पहुंचे। मुल्लांपुर से आए अध्यापक हरदेव मुल्लांपुर ने कहा कि अध्यापकों को बुला तो लिया गया पर उन्हें पांच से छह घंटे बाद एटेंड किया गया। किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं थी। उन्हें एक लिस्ट मुहैया कराई गई है, जिसकी रिपोर्ट शनिवार सुबह आठ बजे तक उन्हें देनी है। लिस्ट में प्रवासी मजदूरों के नंबर है जिसमें अध्यापकों को उनसे बात कर यह जानकारी लेनी है कि वह अपने घर जाना चाहते हैं या फिर नहीं।
जिला शिक्षा अधिकारी एलीमेंट्री राजिंदर कौर से जब इस संबंधी बात की गई तो उन्होंने कहा कि वीरवार प्रशासन की ओर से मीटिंग हुई थी जिसमें उनसे मैन पावर अध्यापकों को बुलाने की बात कही गई थी। दूसरी तरफ अध्यापकों को लिस्टें मुहैया कराने वाले अधिकारी नीरज से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें भी जो ऑर्डर मिले थे, वह उसे फॉलो कर रहे हैं।
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