30 लाख रिश्वत के मामले में भगोड़े ने किया सरेंडर
थाना सदर रायकोट के फरवरी 201
जासं, जगराओं : थाना सदर रायकोट के फरवरी 2018 के प्रकरण में 30 लाख रुपये की रिश्वत के मामले में इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह कंग की गिरफ्तारी के बाद अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है। विजिलेंस ने एक भगोड़े को पकड़ लिया है।
एक नर्स के साथ मिलकर 30 लाख रुपये की ठगी के मामले में अब नए खुलासे होने शुरू हुए हैं। लुधियाना के डीएसपी विजिलेंस मनदीप संधू ने बताया कि इस मामले में गुरजिंदर सिंह (45) पुत्र गुरदेव सिंह गाव चक जाने तहसील जलालाबाद जिला फिरोजपुर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही थी। वह भगोड़ा घोषित था। 12 नवंबर को गुरजिंदर सिंह ने विजिलेंस के लुधियाना के आर्थिक अपराध के प्रभारी परमजीत सिंह के सामने पेश होकर आत्मसमर्पण कर दिया। उसे जगराओं की अदालत में पेश किया गया। जहा से दो दिन का रिमाड मिला है। साथ ही डीएसपी ने बताया कि इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह कंग और नर्स इंद्रजीत कौर से पूछताछ के दौरान गुरजिंदर को नामजद किया गया था। नर्स की दरखास्त रायकोट में डलवाने का काम भी इसी ने किया था। इसके साथ दो अन्य आरोपितों परमजीत सिंह व गुरमंदर सिंह की गिरफ्तारी अभी बाकी है। अदालत से उनको भी भगोड़ा करार दिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर कुलदीप कंग व नर्सं इंद्रजीत कौर की जमानत की अर्जी रद हो चुकी है। नर्स इंद्रजीत कौर ने हाईकोर्ट में एक पटीशन दायर की हुई है, उसकी सुनवाई चल रही है। बता दें कि इस मामले में पहले लोगों ने भी आरोपितों पर कार्रवाई की मांग को लेकर कई बार संघर्ष छेड़ा था। तब जाकर कार्रवाई की गई थी।