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गैस सिलेंडर का वजन तोलकर नहीं देते डिलीवरी मैन, उपभोक्ताओं को लग रहा चूना Ludhiana News

जिले की 113 गैस एजेंसियों से करीब 13 लाख उपभोक्ता सिलेंडर ले रहे हैं।

By Edited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 06:30 AM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 11:38 AM (IST)
गैस सिलेंडर का वजन तोलकर नहीं देते डिलीवरी मैन, उपभोक्ताओं को लग रहा चूना Ludhiana News
गैस सिलेंडर का वजन तोलकर नहीं देते डिलीवरी मैन, उपभोक्ताओं को लग रहा चूना Ludhiana News

लुधियाना [डीएल डॉन]। जिले की 113 गैस एजेंसियों से करीब 13 लाख उपभोक्ता सिलेंडर ले रहे हैं और इनमें से 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं को बिना तोल किए सिलेंडर सप्लाई हो रहा है। अगर कोई गैस सिलेंडर का वेट करने को कहता है तो वेंडर टाल-मटोल करने लगते हैं। जो उपभोक्ता कैश एंड कैरी योजना के अधीन गोदाम से सिलेंडर लेने जाते हैं उनका दबाव वेट करने पर होता है। जिले में एलपीजी के तीन डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं, जिन्होंने करीब 113 गैस एजेंसियों को गैस सिलेंडर मुहैया कराना होता है, जिनमें इंडियन ऑयल एंड गैस डिस्ट्रीब्यूटर्स, भारत पेट्रोलियम गैस डिस्ट्रीब्यूटर्स, हिंदुस्तान पेट्रोलियम गैस डिस्ट्रीब्यूटर्स शामिल हैं।

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तीनों के कोऑर्डिनेटर जिले की गैस एजेंसियों की देखरेख करते हैं। सिलेंडर सप्लाई में नीति नियम ताक पर रसोई गैस सप्लाई प्रक्रिया में नीति नियम ताक पर रखे गए हैं। ग्राहक अपने अधिकार के लिए चिल्लाते रहते है, लेकिन वेंडर से लेकर कोऑर्डिनेटर तक कोई सुनवाई नहीं होती है। बिना वजन रसोई गैस सप्लाई कर वेंडर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने में जुटे हैं तो एजेंसियां अपने वेंडरों को बचाने के हर प्रयास में लगी रहती हैं। वजन के साथ अन्य हकों की चोरी शहर के कई इलाकों में उपभोक्ताओं से सिलेंडर वजन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सिलेंडर समय पर मिल जाय यही गनीमत है। वजन करवाने की बात करने पर वेंडर तरह-तरह का बहाना बना कर सिलेंडर सप्लाई देने पर टाल-मटोल करते हैं। इस कारण दो से चार किलो तक उन्हें कम गैस मिलती है। उपभोक्ता मुकेश कुमार, दिनेश प्रसाद ने कहा कि सरकार हर सप्लाई में लॉक लगाए, ताकि वह सील ग्राहक ही तोड़े। ग्राहकों की डिमाड पर वेटेज समराला चौक निवासी नीरज कुमार, रामकृष्ण, रजिंदर आहूजा ने कहा कि वेंडरों के पास वेटेज मशीन नहीं होती, जिससे बिना वजन ही गैस सिलेंडर लेना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अवतार गैस एजेंसी में सुनवाई भी नहीं होती है। शिकायत करने पर कहा जाता है मालिक नहीं हैं जब आएंगे तब शिकायत करना। वहीं गैस एजेंसी के प्रबंधक अवतार सिंह का कहना है कि सप्लाई होने वाली सभी सिलेंडरों को वजन करने के बाद ही उपभोक्ताओं को बाटा जाता है। इसकी देखरेख जिला फूड सप्लाई इंस्पेक्टर करते हैं। उपभोक्ताओं की शिकायत पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। शिकायत पर जाच होती है और कार्रवाई के लिए गैस कोऑर्डिनेटर को प्रेषित किया जाता है।

सुखविंदर सिंह, जिला फूड सप्लाई अधिकारी 9417217941 पर करें शिकायत अगर किसी भी उपभोक्ता को सिलेंडर तोल होकर नहीं मिल रहा है तो वह कोऑर्डिनेटर हरदेव सिंह के 9417217941 पर शिकायत कर सकता है। यही नहीं गैस एजेंसी पर भी इसकी शिकायत की जा सकती है।


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