Move to Jagran APP

नए डीसी और निगम कमिश्नर आज संभालेंगे चुनौतियां का ताज

शहर कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है और इन परिस्थितियों में जिले के डिप्टी कमिश्नर और नगर निगम कमिश्नर का तबादला हो गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jun 2020 02:49 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2020 02:49 AM (IST)
नए डीसी और निगम कमिश्नर आज संभालेंगे चुनौतियां का ताज
नए डीसी और निगम कमिश्नर आज संभालेंगे चुनौतियां का ताज

जासं, लुधियाना : शहर कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है और इन परिस्थितियों में जिले के डिप्टी कमिश्नर और नगर निगम कमिश्नर का तबादला हो गया। इस महामारी को रोकने जैसी चुनौती के बीच सोमवार को जिले के नए नियुक्त किए गए डिप्टी कमिश्नर वरिदर शर्मा और नगर निगम कमिश्नर प्रदीप कुमार सभ्रवाल पदभार संभालेंगे। दोनों आला अफसरों के सामने कोरोना से लड़ने के अलावा और भी कई चुनौतियां हैं जिनके लिए उन्हें ठोस योजना तैयार करनी होगी। दोनों अफसरों के पास अच्छा खासा अनुभव है जिसका लाभ शहर को मिल सकता है। वरिदर शर्मा : जालंधर में तीन साल का कार्यकाल, बेहतर मैनेजमेंट गुरु

loksabha election banner

वरिदर शर्मा तीन साल जालंधर में डिप्टी कमिश्नर रहे। उन्होंने अपने मातहत अफसरों के साथ-साथ कर्मचारियों से भी खूब काम लिया। जालंधर शहर को सूबे में राजनीतिक व मीडिया हब माना जाता है। ऐसे में जालंधर में तीन साल का कार्यकाल पूरा करना उनकी बेस्ट मैनेजमेंट का ही नतीजा है। वरिदर शर्मा ने सत्ता पक्ष व विपक्ष के नेताओं के साथ पूरा तालमेल रखा। इसके अलावा उनको पब्लिक डीलिग की भी महारत हासिल है। डीसी के सामने ये होंगी चुनौतियां

-कोरोना कहर से लुधियाना को बचाना

-सत्ता पक्ष के अलग-अलग गुटों के साथ सामंजस्य बनाना

-लुधियाना को आर्थिक गति देना

-नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्रोजेक्टों को गति देना

-बैकों के लोन टारगेट पूरे करवाना

-जिले में बाढ़ प्रबंधन को लेकर काम करना

-कोविड काल में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था करना इनका मजबूत पक्ष

-अच्छे मैनेजर माने जाते हैं

-मृदु भाषी हैं और पंजाबी भाषा पर अच्छी पकड़

-पब्लिक डीलिग में महारत

-मातहत कर्मचारियों और अफसरों को पूरा सपोर्ट

---------------- प्रदीप सभ्रवाल : सामाजिक सरोकारों से जुड़े, तरनतारन को नेशनल अवॉर्ड दिलाया

प्रदीप कुमार सभ्रवाल सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहते हैं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम के तहत तरनतारन जिले को नेशनल अवॉर्ड दिलाया। लिग अनुपात को सुधारने में अहम भूमिका निभाई। यही नहीं शिक्षा से भी उनका गहरा लगाव है। डायरेक्टर जनरल स्कूल एजुकेशन के पद पर काम कर चुके हैं और वह सूबे की शिक्षा प्रणाली को अच्छे से समझते हैं। निगम कमिश्नर के सामने यह चुनौतियां

-नगर निगम की आर्थिक हालात को सुधारना

-सत्ता पक्ष के ही अलग-अलग गुटों के साथ सामंजस्य रखना

-बुड्ढा दरिया की सेहत को सुधारना

-वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम को सुधारना

-विपक्षी पार्षदों के काम न होने पर उनका दबाव

-जगराओं पुल को पूरा करवाना

-निगम की रिकवरी करवाना

-कोरोना संक्रमण से शहर को सुरक्षित रखना इनका मजबूत पक्ष

-प्रशासनिक सूझबूझ

-सियासी दबाव में नहीं आते

-मातहत अफसरों व कर्मचारियो को विश्वास में लेकर काम करना

-कठोर फैसले लेने से नहीं कतराते

-दफ्तरों में डेकोरम बनाए रखना


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.