बची हुई सब्जियों से खाद बनाने का यह है नायाब तरीका, होगा डबल फायदा
नगर कौंसिल अब सब्जियों से खाद बनाने जा रही है। खाद बनाने के लिए हर वार्ड में पिट (गढ्डे जैसा) बनने शुरू हो जाएंगे।
संवाद सहयोगी, समराला: नगर कौंसिल अब सब्जियों से खाद बनाने जा रही है। खाद बनाने के लिए हर वार्ड में पिट (गढ्डे जैसा) बनने शुरू हो जाएंगे। इन पिट के लिए नगर कौंसिल को पांच लाख रुपये से ज्यादा की ग्राट मिल चुकी है। सूबे के हर शहर को स्वच्छ बनाने के लिए केंद्र सरकार ने इस स्कीम को शुरू किया है। इस योजना को लागू करने के लिए नगर कौंसिल हर वार्ड में जगह की पहचान करके पिट बनवाएगी। जिसका ठेका ऑनलाइन हो चुका है। खाद तैयार होने के बाद कोई भी व्यक्ति इसे निशुल्क ले सकता है।
योजना को लागू करने का मकसद शहर को गंदगी रहित बनाना है। अकसर देखा गया है कि लोग घरों के बाहर सब्जियों के छिलके या खराब हो चुकी सब्जियों को फेंक देते हैं। इन छिलकों की वजह से राहगीर फिसल कर चोटिल हो जाते हैं। वहीं खराब सब्जियों से भरे लिफाफों में जानवर मुंह मारते रहते हैं। कई बार इनकी चपेट में आने से बुजुर्ग व्यक्ति अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।
ऐसे बनेगी खाद
घरों के बाहर फेंकी गई इन सब्जियों को सुबह सफाई कर्मचारी इकट्ठा करके पिट्टों में ले जाएंगे, फिर इन पर मिट्टी डाल कर दबा दिया जाएगा। कुछ दिनों बाद इसकी खाद तैयार होने लग जाएगी। शहर में 15 वार्ड हैं और 15 पिटों के अलावा जिस वार्ड में दो पिटों की भी जरूरत पड़ेगी। वहा पर दो पिटों का निर्माण किया जाएगा।
लाभदायक सिद्ध होगी केंद्रीय योजना
इस संबंध में नगर कौंसिल के प्रधान लाला मंगत राय का कहना है कि शहर वासियों के लिए केंद्र सरकार की योजना लाभदायक सिद्ध होगी। क्योंकि घरों के बाहर फेंके गए सब्जियों के छिलकों का उपयोग करके खाद तैयार की जाएगी। जिस किसी जरूरतमंद को खाद की जरूरत होगी वह नि:शुल्क ले सकता है।
लोगों से अपील, पिटों में फेंके सब्जियों का वेस्ट
अकाली दल के शहरी प्रधान सुरिंदरपाल सिंह ढिल्लों का कहना है कि शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए यह योजना कारगार सिद्ध होगी। इस योजना में लोगों को सहयोग देना चाहिए ताकि इसे सफल बनाया जा सके। उन्होनें शहर वासियो से अपील की कि जिन वार्डो में नगर कौंसिल पिट बनाने जा रही है वहा लोग खुद जाकर सब्जियों के छिलके व बची सब्जिया फेंकने के लिए आगे आएं।