संघ का आरोप, कांग्रेसी नेताओं के दबाव में नगर कार्यवाहक पर पुलिस ने दर्ज किया ईंट चोरी का केस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्यवाह सुरिंदर मान और उनके भाई पर चोरी का केस दर्ज करने का मामला गरमा गया है। संघ ने इस मामले काे लेकर सड़काें पर उतरने की चेतावनी दी है।
खन्ना, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्यवाह सुरिदर मान और उनके भाई नरिदर पाल पर चोरी का केस दर्ज करने के मामले को संघ ने गंभीरता से लिया है। आम तौर पर किसी मुद्दे पर सीधी प्रतिक्रिया देने से बचने वाले संघ के अधिकारी इस मुद्दे पर खुल कर रविवार को सामने आए और प्रेस कांफ्रेस की।
भाजपा नेता रजनीश बेदी के दफ्तर में हुई प्रेस कांफ्रेस में संघ के खन्ना जिला कार्यवाहक राम सिंह ने पुलिस पर पंजाब सरकार और स्थानीय कांग्रेसी नेताओं के दबाव में काम करने के आरोप लगाए। राम सिंह ने कहा कि सुरिदर मान पर एफआइआर दर्ज कराने वाला गौतम शर्मा कांग्रेस का वर्कर है। गौतम का कोई दीवार को लेकर विवाद सुरिदर मान से चल रहा था। इस विवाद में अदालत में हुए फैसले के अनुसार गौतम ने सुरिदर को 1.58 लाख देने थे।
गौतम ने अदालत में 50 हजार नकद और बाकी रकम के दो चेक आगे की तारीखों के दे दिए। ये दोनों चेक बाउंस हो गए। लेकिन, उससे पहले ही गौतम ने दबाव बनाने के लिए 550 ईंटों की चोरी का केस सुरिदर मान और उनके भाई पर दर्ज करा दिया। वीरवार को नरिदर को पुलिस ने काबू कर लिया और सुरिदर कईं बाहर गए हुए थे।
राम सिंह ने कहा कि 19 जुलाई को चेक बाऊंस के केस की तारीख है और उससे पहले सुरिदर पर दबाव बनाने के लिए उनकी गिरफ्तारी करवा दी। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर सुरिदर ने 1.58 लाख गौतम से लेने थे तो फिर क्या वह उनकी 550 ईंटें चोरी करते।
सड़कों पर उतरेगा संघ
राम सिंह ने चेतावनी दी कि खन्ना पुलिस संघ की खामोशी को उसकी कमजोरी न समझे। अगर जरूरत पड़ी तो वे अपने स्वयंसेवक के समर्थन में सड़़कों पर उतरने से भी गुरेज नहीं करेंगें। उन्होंने कहा कि पुलिस ने कोरोना काल में बनाई अपनी छवि को धूमिल करना शुरू कर दिया है। अगर जल्द ही सुरिदर मान और उनके भाई पर दर्ज केस रद नहीं हुआ तो वे संघर्ष को मजबूर होंगें।
चेक बाउंस का इस केस से संबंध नहीं : गौतम
सुरिदर मान पर केस दर्ज कराने वाले गौतम शर्मा ने कहा कि इस केस का चेक बाउंस के केस से कोई संबंध नहीं है। यह केस पहले से दर्ज हुआ था। गिरफ्तारी देरी से हुई है। इसमें एसपी तजिदर सिंह संधू और डीएसपी राजन परमिदर सिंह ने जांच के बाद डीए लीगल की राय पर केस दर्ज किया है।
जांच के बाद दर्ज की गई है एफआइआर : एसएसपी
एसएसपी खन्ना हरप्रीत सिंह ने कहा कि किसी तरह के राजनीतिक दबाव में केस दर्ज नहीं किया गया है। पूरी जांच के बाद ही एफआइआर हुई है। संघ के नेता उनसे मिले थे। उन्होंने संघ नेताओं से भी कहा कि अगर उनके पास कोई मजबूत तर्क इस संबंध में है, तो वे उसकी भी जांच कराने को तैयार हैं। एसएसपी ने कहा कि उन्हें एफआइआर को लेकर किसी नेता को फोन नहीं आया। निष्पक्ष तरीके से सारी कार्रवाई की गई है।