सेंट्रल जेल से फेसबुक पर कमेंटः बदलते दिनों को देखकर बदला नहीं करते जानी...
जेल के अंदर से फेसबुक पर डाली गई एक पोस्ट दैनिक जागरण के हाथ लगी है। इस पर सैकड़ों लोगों के कमेंट्स और लाइक्स आ रहे हैं।
लुधियाना, जेएनएन। बदलते दिनों को देखकर बदला नहीं करते जानी, दिन समय मुताबिक सब पर आते हैं.., एक उसूल पर गुजारी है जिंदगी मैंने, जिसको अपना माना उसे कभी परखा नहीं। यह पंक्तियां जेल में बद कांग्रेसी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखकर डाली हैं।
कौन कहता है कि सेंट्रल जेल में कड़ी व्यवस्था है। कौन कहता है कि सेंट्रल जेल में कैदियों व हवालातियों के पास मोबाइल नहीं होते। जो मंत्री व जेल अधिकारी यह दावे करते नहीं थकते हैं, वो जाकर लुधियाना की सेंट्रल जेल में जाकर चेक करें। किसी और के बारे में तो दावा नहीं करते, मगर हाल ही में हत्या प्रयास के मामले में पकड़े गए दो कांग्रेसी नेता जेल में बैठ कर न केवल स्मार्ट फोन चला रहे हैं। बल्कि जेल के अंदर से फेसबुक जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पोस्ट्स डाल कर एक दूसरे को कमेंट्स भी कर रहे हैं। जेल के अंदर से फेसबुक पर डाली गई एक पोस्ट दैनिक जागरण के हाथ लगी है। इस पर सैकड़ों लोगों के कमेंट्स और लाइक्स आ रहे हैं।
करीब डेढ़ महीना पहले आरके रोड स्थित इंडियन समर रेस्टोरेंट में पुनीत बैंस नाम के युवक पर जानलेवा हमला हुआ था। इसमें थाना मोती नगर पुलिस ने कांग्रेस हल्का नॉर्थ के प्रधान टिब्बा रोड निवासी अंकित पंडित, हल्का सेंट्रल प्रधान माधोपुरी निवासी शुभम अरोड़ा उर्फ शुभम मोटा तथा धर्मपुरा निवासी रिशव वेनीपाल उर्फ नानू समेत 5 लोगों को नामजद किया था। मामले में 22 फरवरी को तीनों आरोपितों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। तीन दिन का रिमांड हासिल करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। तब से वो तीनों जेल में ही बंद हैं। विगत 7 मार्च को अंकित पंडित ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट डाली। जिस पर सैंकड़ों लोगों के कमेंट्स आए। मगर साथ ही जेल में उसके साथ बंद शुभम मोटा का भी कमेंट आया। जिसने पुलिस द्वारा जेल में मोबाइल न होने के दावों की धज्जियां उड़ा कर रख दी हैं।