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आइसोलेशन वार्ड की खिड़की से कूद भागे युवक, लोगों व पुलिस ने घेरकर पकड़े

आइसोलेशन वार्ड से भागने के बाद दोनों पहले अमरपुरा में पहुंचे। वहां पुलिस को देखकर वे फील्डगंज के कूचा नंबर पांच से गुजर रहे थे तो अमरपुरा के ही कुछ युवकों ने उन्हें पहचान लिया।

By Edited By: Published: Wed, 01 Apr 2020 06:30 AM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 04:59 PM (IST)
आइसोलेशन वार्ड की खिड़की से कूद भागे युवक, लोगों व पुलिस ने घेरकर पकड़े
आइसोलेशन वार्ड की खिड़की से कूद भागे युवक, लोगों व पुलिस ने घेरकर पकड़े

लुधियाना, जेएनएन। पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में हुई शहर के अमरपुरा निवासी 42 वर्षीय करोना पॉजिटिव महिला की मौत के बाद पूरे शहर में लोग अब और एहतियात बरतने लगे हैं। वहीं पुलिस की तरफ से भी अमरपुरा समेत विभिन्न इलाकों को सील कर दिया गया है और इस क‌र्फ्यू के दौरान गश्त बढ़ा दी गई है।

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सेहत विभाग की टीम ने अमरपुरा की महिला की कोरोना से मौत के बाद महिला के संपर्क में आए उसके परिवार व रिश्तेदारों के अलावा घर के आसपास और सामने के चार-चार मकानों में रहने वाले लोगों समेत कुल 30 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए और इन सभी को होम क्वारंटाइन कर दिया। वहीं उसके 22 और 20 साल के दो बेटों को मंगलवार सुबह सिविल अस्पताल की इमरजेंसी के ऊपर पहली मंजिल पर बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया। उन पर सेहत विभाग ने कड़ी नजर नहीं रखी और वे दोनों दोपहर को खिड़की से कूदकर फरार हो गए। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया।

आइसोलेशन वार्ड के स्टाफ ने एसएमओ को जानकारी दी तो उन्होंने पुलिस को बताया। आइसोलेशन वार्ड से भागने के बाद दोनों पहले अमरपुरा में पहुंचे। वहां पुलिस को देखकर वे फील्डगंज के कूचा नंबर पांच से गुजर रहे थे तो अमरपुरा के ही कुछ युवकों ने उन्हें पहचान लिया। युवकों ने दोनों को घेरकर पुलिस को सूचित किया। पुलिस वालों ने उन्हें पकड़ा तो पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह कोरोना से दम तोड़ने वाली अमरपुरा की महिला के बेटे हैं। इतना सुनते ही मुलाजिमों ने डिवीजन नंबर 2 के एसएचओ सतपाल सिंह को को सूचना दी। उन्होंने आगे सेहत विभाग से संपर्क कर एंबुलेंस बुलवाई और फिर दोनों को वापस आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया।

वहीं महिला को लुधियाना से पटियाला शिफ्ट करने के लिए जिस एंबुलेंस का इस्तेमाल किया गया था, उसका ड्राइवर भी खुद ही सिविल अस्पताल पहुंच गया और उसने क्वारंटाइन होने के साथ ही टेस्ट करने के लिए अपना सैंपल दिया। फिर सेहत विभाग की लापरवाही पहले तो सेहत विभाग ने महिला के इलाज में ही कोताही बरती। उसे क्वारंटाइन नहीं किया। उसके सैंपल जांच के लिए नहीं लिए। अब फिर से यदि उसके बेटों के सैंपल जांच में लेकर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया तो उन पर नजर ही नहीं रखी गई और वे वहां से फरार हो गए। यदि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो रास्ते में पता नहीं उन्होंने और कितने लोगों को चपेट में लिया होगा। इसी कारण अब सेहत विभाग की एक और लापरवाही से कई लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है।

डॉक्टरों की टीम ने मृतक महिला के ट्रीटमेंट रिकार्ड को खंगाला

जानकारी के मुताबिक सेहत विभाग की पांच सदस्यीय डाक्टरों की टीम कोरोना वायरस से दम तोड़ने वाली महिला के घर पहुंची। टीम ने मृतका की बहन व जीजा से पूर्व में चल रहे इलाज से संबंधित जानकारी मांगी। इस पर परिजनों ने बताया कि मृतका का चार महीने से डीएमसीएच में थायरायड का इलाज चल रहा था। परिजनों ने मृतका को कैंसर की बीमारी होने से इंकार किया।

डीसी ने पांच अस्पतालों में बीस वेंटीलेटर रिजर्व करवाए

जिलाधीश प्रदीप अग्रवाल ने मंगलवार को जिले के अलग-अलग पांच अस्पतालों में वेंटीलेटर व आइसोलेशन वार्ड रिजर्व करवाए। डीएमसीएच में पांच, सीएमसीएच पांच, फोर्टिस अस्पताल में तीन, एसपीएस अस्पताल में छह और जीटीबी अस्पताल में एक वेंटीलेटर रिजर्व करवाया है। इतनी ही संख्या में इन अस्पतालों में आइसोशल वार्ड भी तैयार करवाए।

सेक्टर 32 के एमसीएच आइसोलेशन सेंटर में दो संदिग्ध भर्ती

चंडीगढ़र रोड स्थित मदर एंड चाइल्ड अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में मंगलवार को दो संदिग्ध मरीजों को भर्ती करवाया गया है। दोनों मरीजों के बारे में पुलिस को जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने सेहत विभाग को सूचित किया। विभाग की तरफ से एंबुलेंस भेजकर दोनों मरीजों को घर से सेंटर में लाया गया।


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