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'वाहवाही लूटने की बजाय ब्लैक स्पॉट पर काम करे पुलिस, एक साल में जा चुकी है 350 लोग की जान'

500 मीटर इन लेंग्थ का वो एरिया जहां पिछले तीन सालों के दौरान पांच जानलेवा हादसे हुए हों या 10 लोगों की जान गई हो उसे ब्लैक स्पॉट माना जाता है।

By Edited By: Published: Tue, 14 Jan 2020 04:30 AM (IST)Updated: Wed, 15 Jan 2020 09:29 AM (IST)
'वाहवाही लूटने की बजाय ब्लैक स्पॉट पर काम करे पुलिस, एक साल में जा चुकी है 350 लोग की जान'

लुधियाना [राजन कैंथ]। 38वें सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान पुलिस लोगों को तरह-तरह से ट्रैफिक नियमों संबंधी जागरूक कर रही है। जिस पर ट्रैफिक माहिरों ने सवाल खड़े किए हैं। उनका मानना है कि लोगों के बीच कार्यक्रम आयोजित कर वाहवाही लूटने की बजाय पुलिस को ब्लैक स्पॉट को ठीक करने के लिए काम करने चाहिए।

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पंजाब स्टेट रोड सेफ्टी कांउसिल के चेयरमैन कमलजीत सोई ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर मांग की है कि काउंसिल की ओर से ढूंढ कर दिए ब्लैक स्पॉट पर पुलिस को काम करना चाहिए। उनका तर्क है कि कमिश्नरेट के अधीन शहर में 42 ब्लैक स्पॉट हैं, जहां एक साल में 350 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 500 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए। ऐसे में जागरुकता के साथ कम से कम 7 ऐसे ब्लैक स्पॉट को ठीक किया जाए, जहां सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं हो रही हैं। उनकी एनजीओ राहत की ओर से जारी किए गए पत्र की प्रति सांसद रवनीत सिंह बिट्टू तथा कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु को भी भेजी गई है।

सोई ने कहा कि 2014 में काउंसिल ने शहर व आसपास के कुल 42 ब्लैक स्पॉट को चिन्हित किया था, जहां सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। इनकी या तो डिजाइनिंग में समस्या थी या वहां स्पीड ब्रेकर की जरूरत है। इस गंभीर मुद्दे को लेकर उनकी एनजीओ सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि कम से कम 7 ब्लैक स्पॉट को सुधारा जाए। अन्य बचे 5 ब्लैक स्पॉट पर पुलिस कर्मी की तैनाती कराई जाए ताकि वाहन चालकों में पुलिस की मौजूदगी से वाहन को सावधानी से चलाने संबंधी सजगता रहे।

क्या होता है ब्लैक स्पॉट

कमलजीत सोई ने कहा कि 500 मीटर इन लेंग्थ का वो एरिया जहां पिछले तीन सालों के दौरान पांच जानलेवा हादसे हुए हों या 10 लोगों की जान गई हो, उसे ब्लैक स्पॉट माना जाता है।

ब्लैक स्पॉट ठीक करने पर प्रयोग हो फंड

कमलजीत ने कहा कि पुलिस रोड सेफ्टी के नाम पर खर्च किए जाने वाले फंड को उन ब्लैक स्पॉट को ठीक कराने के लिए इस्तेमाल करे। नगर निगम कमिश्नर के पास एक एक्सीजेंसी फंड होता है जिसे वो चिन्हित करके ब्लैक स्पॉट रिमूव करने के लिए इस्तेमाल कर सकता है।

शहर व आसपास के 42 ब्लैक स्पॉट

- भारत नगर चौक - भाई बाला चौक - जगराओं फ्लाईओवर - पखोवाल रोड बी-7 क्रॉ¨सग - फुलांवाल चौक, पखोवाल रोड - वर्धमान चौक - भट्टियां चौक - शिव पुरी चौक - काराबारा चौक - जालंधर बाईपास ग्रीन लैंड स्कूल के पास - कोहाड़ा चौक - जुगियाना चौक - साहनेवाल पुलिस स्टेशन के सामने - ढंडारी फ्लाईओवर डाउन स्लोप - शेरपुर चौक - ताजपुर कट - हार्डीज व‌र्ल्ड फ्लाईओवर - लाडोवाल चौक - फिरोजपुर रोड एमबीडी मॉल के सामने - लोधी क्लब क्रॉस रोड - गुरदेव अस्पताल बाड़ेवाल कट - वेरका चौक - दीपक अस्पताल डी जोन के पास - पासी चौक, पखोवाल रोड - दुगरी नहर - गिल कनाल जीएनई कॉलेज के पास - गिल गांव चौराहे के पास - आलमगीर चौक - डेहलों - वेरका बूथ डेहलों रोड - विश्वकर्मा चौक, मंजू सिनेमा के पास - हैबोवाल बड़ी पुली - हंबड़ा रोड, निर्वाणा क्लब के पास - साउथ सिटी रोड नजदीक एफआई रेसिंग - रेलवे स्टेशन जेएमडी मॉल के पास - ताजपुर रोड सेंट्रल जेल के पास - धांधरा रोड माणकवाल गेट - कटाणी कलां मोड़ - चीमा चौक - ढंडारी रेलवे स्टेशन इन ब्लैक स्पॉट पर प्राथमिकता के आधार पर सुधार पर जोर - फुलांवाल चौक पखोवाल रोड - वर्धमान चौक - भट्टियां चौक - जालंधर बाईपास ग्रीनलैंड के सामने - साहनेवाले फ्लाईओवर के नीचे गेट के सामने - ढंडारी फ्लाई ओवर डाउन स्लोप - ताजपुर रोड कट।


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