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व्यापारियों को अधूरी वन टाइम सेटेलमेंट पालिसी मंजूर नहीं : सुनील मेहरा

पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल की ओर से वन टाइम सेटलमेंट पालिसी की घोषणा को लेकर व्यापारियों की एक बैठक माता रानी चौक में की गई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 06:25 AM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 06:25 AM (IST)
व्यापारियों को अधूरी वन टाइम सेटेलमेंट पालिसी मंजूर नहीं : सुनील मेहरा
व्यापारियों को अधूरी वन टाइम सेटेलमेंट पालिसी मंजूर नहीं : सुनील मेहरा

जागरण संवाददाता, लुधियाना : पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल की ओर से वन टाइम सेटलमेंट पालिसी की घोषणा को लेकर व्यापारियों की एक बैठक माता रानी चौक में की गई। इस मौके राज्य महासचिव सुनील मेहरा, राज्य सचिव महिंदर अग्रवाल, जिला अध्यक्ष अरविंदर सिंह मक्कड़, चेयरमैन पवन लहर, महासचिव प्रवीण गोयल मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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इस मौके पर राज्य महासचिव सुनील मेहरा ने कहा कि पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के तीन महीने के संघर्ष के बाद कैप्टन सरकार ने वन टाइम सेटलमेंट पालिसी लागू की। 2019 में पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल से अपने किए वादे को पूरा किया परंतु जो वन टाइम सेटलमेंट पालिसी कैप्टन अमरिदर सिंह ने लागू की है। उसमें केवल एक लाख तक जिन व्यापारियों का टैक्स बनता है, उनको बिना ब्याज के 10 फीसद जमा करवाने के लिए कहा है, परंतु जिनका टैक्स एक लाख से ज्यादा बनता है। उनके लिए सिर्फ जुर्माने व ब्याज में छूट है। बाकी पूरा टैक्स जमा करवाना पड़ेगा।

सुनील मेहरा ने कहा कि व्यापारियों को यह पालिसी मंजूर नहीं है, क्योंकि अकाली भाजपा सरकार में प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल ने सभी व्यापारियों के लिए एक समान पालिसी लागू की थी। इस वन टाइम सेटेलमेंट पालिसी को व्यापारी कतई मंजूर नहीं करेंगे।

अपना वादा पूरा करें मुख्यमंत्री

राज्य सचिव महेंद्र अग्रवाल ने कहा कैप्टन अमरिदर सिंह ने पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों से मीटिग कर उन्हें पांच रुपये प्रति यूनिट बिजली देने का वादा किया था, परंतु पांच रुपये बिजली देना तो दूर लगातार बिजली के रेट में बढ़ोतरी हो रही है। अब बिजली के रेट में फिर 8 प्रतिशत बढ़ोतरी की जा रही है। जिसको लेकर व्यापारी वर्ग में रोष बढ़ रहा है।

सरकार की बेरुखी के कारण उद्योगों ने किया पलायन

जिला अध्यक्ष अरविदर सिंह मक्कड़ ने कहा कि कैप्टन सरकार की व्यापार विरोधी नीतियों के कारण पंजाब से लगभग 40000 उद्योग दूसरे राज्यों की ओर पलायन कर गए हैं। किसान आंदोलन के कारण आवाजाही बंद होने के कारण बाहर से रा मटीरियल नहीं आने के कारण कच्चे माल के रेट आसमान छू रहे हैं। वही लेबर की कमी के कारण भी उद्योग तबाही के कगार हैं।

व्यापारियों से मिलने को कतराते हैं कैप्टन

चेयरमैन पवन लहर ने कहा कि कैप्टन अमरिदर सिंह जब भी लुधियाना आने का प्रोग्राम बनता है, तो किसी ना किसी कारण वो स्थगित हो जाता है। इससे तो ऐसे लगता है कि कैप्टन अमरिदर सिंह आपने वायदे पूरे न करने के कारण व्यापारियों से मिलने से कतराते है। जब तक बिजली में उद्योगों को राहत नहीं दी जाती तब तक व्यापार में बढ़ोतरी नहीं होगी।


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