लुधियाना के ठग गिरोह के तीन सदस्य देहरादून में दबोचे, ठगी करने का तरीका सुन आप भी होंगे हैरान
आरोपित बैंकों के बाहर बुजुर्गों की रेकी करते थे। वह पहले से ही नोटों की गड्डी बनाकर रखते थे। इसके ऊपर व नीचे असली नोट होते थे जबकि बीच में कागज होते हैं। नोटों की गड्डी इस तरह की होती थी कि कोई भी कागजों का पता नहीं कर पाता।
लुधियाना, देहरादून, जेएनएन। ज्यादा रकम का लालच देकर ठगी करने वाले लुधियाना के गिरोह के तीन सदस्यों को देहरादून में पटेल नगर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीओ सदर अनुज कुमार ने बताया कि दून निवासी नवीन जैन ने शिकायत दी थी कि वह शनिवार को दिन में करीब 11 बजे शिमला बाईपास चौक स्थित पीएनबी में 49 हजार रुपये जमा करवाने गए थे। बैंक का सर्वर डाउन होने के कारण पैसे जमा नहीं हुए, इसलिए बाहर आ गए। वहां उन्हें चार युवक मिले। युवकों ने कहा कि उन्हें बाहर जाना है और तीस हजार रुपये की जरूरत है। इसके बदले वह दो लाख रुपये की नोटों की गड्डी देंगे।
चारों ने बातों में उलझाकर नवीन को गड्डी थमाई और तीस हजार रुपये लेकर फरार हो गए। नवीन ने जब गड्डी चेक की तो उसमें कागज निकले। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान रामस्वरूप निवासी गोबिंदगढ़ जिला लुधियाना, तरनजीत सिंह निवासी एसएएस नगर, लुधियाना व गुड्डू पादर निवासी ग्राम बिठोली जिला दरभंगा बिहार हाल निवासी विश्वकर्मा कालोनी लुधियाना के रूप में हुई हैं।
ऐसे करते थे ठगी :
इंस्पेक्टर प्रदीप बिष्ट के अनुसार आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वह बैंकों के बाहर बुजुर्गों की रेकी करते थे। वह पहले से ही नोटों की गड्डी बनाकर रखते थे। इसके ऊपर व नीचे असली नोट होते थे, जबकि बीच में कागज होते हैं। नोटों की गड्डी इस तरह की होती थी कि कोई भी आसानी से बीच में कागजों का पता नहीं कर पाता। वह बैंक में आने वाले बुजुर्गों से कहते कि उनके पास चोरी के दो लाख रुपये हैं, मगर पैसे जमा करने के लिए उनके पास आधार कार्ड नहीं है। ऐसे में वह झांसा देकर कागज की गड्डी थमा देते और रकम लेकर फरार हो जाते।