पुलिस ने नहीं सुनी तो सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों को घेरने खुद चली गई पीड़िता
सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई एक महिला की जब पुलिस अधिकारियों ने दो साल तक कोई सुनवाई नहीं की तो उसने आरोपितों को खुद ही घेरने की योजना बनाई। वो दूसरी बार खुद ही उन लोगों के पास चली गई।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई एक महिला की जब पुलिस अधिकारियों ने दो साल तक कोई सुनवाई नहीं की तो उसने आरोपितों को खुद ही घेरने की योजना बनाई। वो दूसरी बार खुद ही उन लोगों के पास चली गई। यहां दूसरी बार भी उसका शारीरिक शोषण तो हुआ, लेकिन इस बार वह न केवल चारों युवकों का नाम पता करके ले आई, बल्कि उनमें से एक का आधार कार्ड भी उठा लाई। अब थाना हैबोवाल की पुलिस ने चारों के खिलाफ केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू की है। उनकी पहचान गुरदासपुर निवासी बरजिदर सिंह, गुरप्रीत सिंह गोपी, सुखदेव सिंह हैप्पी तथा परमजीत सिंह पम्मा के रूप में हुई।
गांव बल्लोके निवासी 32 वर्षीय महिला ने बताया कि वह एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करती है। वर्ष 2020 में वो किसी काम के लिए जालंधर बाइपास गई थी। वहां एक सफेद रंग की गाड़ी (नंबर पीबी10एके 1883) में सवार चार युवक उसे जबरदस्ती कार में खींच कर बिठाकर चंडीगढ़ ले गए। वहां उन्होंने उसका शारीरिक शोषण किया और बाद में वे उसे खरड़ में उतार कर फरार हो गए। वापस लौट कर उसने थाने में तथा पुलिस अधिकारियों के पास शिकायत दी, मगर किसी ने उसकी शिकायत पर गौर नहीं किया। उसके पास उन युवकों का नाम-पता नहीं था, सिर्फ गाड़ी का नंबर ही था।
अंत में महिला ने अपने स्तर पर आरोपितों का पता लगाने की ठान ली और वो लगातार जालंधर बाइपास जाने लगी। 12 जुलाई 2022 को जब वो जालंधर बाइपास चौक पहुंची, तो उसे वही चारों युवक उसे दिख गए। वो खुद ही उनके पास चली गई। युवक फिर उसे गाड़ी में बिठाकर पहले की तरह चंडीगढ़ ले गए और दुराचार करने के बाद वापस उसे खरड़ छोड़ कर फरार हो गए। हालांकि इस दौरान युवती ने उन सभी के नाम पात कर लिए और उनमें से एक का आधार कार्ड भी उठा लिया। लुधियाना आकर उसने पुलिस को शिकायत दे दी।
थाना प्रभारी बोले, आरोपितों की तलाश जारी, शिकायत की भी होगी जांच
थाना हैबोवाल के प्रभारी अमृतपाल शर्मा ने कहा कि महिला के मुताबिक एफआइआर दर्ज करवाने के लिए उसने बहुत धक्के खाए हैं। अब वह शिकायत लेकर उनके पास आई। हालांकि यह इलाका उनके अधीन नहीं आता, लेकिन महिला की शिकायत पर उन्होंने केस दर्ज कर लिया है। अब आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है। दूसरी तरफ अगर महिला की शिकायत झूठी निकली तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।