यंग साइंटिस्ट सुनिश्चित करें कोई भूखा न सोए
वर्षो तक कृषि की पढ़ाई और ट्रेनिंग करने के बाद डिग्री लेकर जा रहे 'यंग एग्रीकल्चर साइंटिस्ट' नई टेक्नोलॉजी और नए चैलेंज को स्वीकार करते हुए भविष्य में यह सुनिश्चित करने की कोशिश जरूर करें कि न सिर्फ सभी लोगों को भरपेट अ'छा खाना मिले, बल्कि अनाज पैदा करने वाले किसानों को भी भूखा न सोना पडे़।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : वर्षो तक कृषि की पढ़ाई और ट्रेनिंग करने के बाद डिग्री लेकर जा रहे 'यंग एग्रीकल्चर साइंटिस्ट' नई टेक्नोलॉजी और नए चैलेंज को स्वीकार करते हुए भविष्य में यह सुनिश्चित करने की कोशिश जरूर करें कि न सिर्फ सभी लोगों को भरपेट अच्छा खाना मिले, बल्कि अनाज पैदा करने वाले किसानों को भी भूखा न सोना पडे़। यह कहना रहा भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के पूर्व सेक्रेटरी डॉ. टी रामासामी का। वह शुक्रवार को पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के पाल ऑडिटोरियम में आयोजित वार्षिक दीक्षा समारोह में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे। उन्होंने समारोह में वीसी डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों के साथ 2016-17 के दौरान पीएचडी, एमटैक, एमबीए, एमसीए व अन्य विषयों में मास्टर की पढ़ाई पूरी कर चुके 338 विद्यार्थियों को डिग्री और 85 विद्यार्थियों को मैरिट सर्टिफिकेट से नवाजा। पॉल आडिटोरियम में डिग्री प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को मोटीवेट करते हुए डॉ. टी रामासामी ने कहा कि वह अनाज पैदा करने वालों व अनाज खाने वालों के लिए भगवान सामान हैं। क्योंकि एग्रीकल्चर साइंटिस्ट के पास ही कृषि से संबंधित ज्ञान का भंडार है। वह चाहेंगे कि डिग्री प्राप्त करने के बाद यंग साइंटिस्ट किसान व लोगों की समस्याओं को पहचान कर उसे दूर करने के लिए हर संभव प्रयास करें। फूड व न्यूट्रिशियन सिक्योरिटी के लिए कार्य करें। शख्सियतों को डाक्टरेट डिग्री से नवाजा
अकादमिक व शोध के क्षेत्रों में शिखर छूने वाले वैज्ञानिक डॉ. वीएल चोपड़ा, डॉ. सरदारा सिंह जौहल, डॉ. एसके वासल भी मौजूद रहे। इन शख्सियतों को भी ऑनरेरी डाक्टरेट की डिग्री से नवाजा। इन्हें मिले मेडल
वार्षिक समारोह में वर्ष 2016-17 के दौरान विभिन्न विषयों में सर्वोत्तम स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों को मेडल भी दिए गए, जिसमें मनमोहन ढकल को अवतार सिंह अटवाल मेडल, कुमारी भावयाश्री को इकबाल सिंह ढिल्लो मेडल, कुमारी शिवानी नय्यर को डॉ. मनजीत सिंह कंग मेडल, कुमारी विश्वज्योति को डॉ. सरदार सिंह मेडल, भवानी प्रसाद को डॉ. नरिंदर सिंह रंधावा मेडल, सुखजिंदर सिंह को सरदार बहादर लाल मेडल, संदीप कुमार को डॉ. बीबी शर्मा मेडल, कुमारी डोली को डॉ. किरपाल सिंह मेडल, गुरप्रीत कौर को डॉ. जीएस सिद्धू मेडल, तनदीप कौर को पूर्ण आनंद अधलखा मेडल, गुरप्रीत कौर को भाई बाल मुकुंद मेडल, मनमीत कौर को डॉ. भूपिंदर सिंह सेखों मेडल, दिशा कांसल को लाला राम मेडल प्रदान किया गया। वहीं पंकज राठौर को साइंटिस्ट अवार्ड के साथ सम्मानित किया गया।