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पुण्य के बिना कुछ भी प्राप्त नहीं होता: मुनि मोक्षानंद

तीर्थकर के दर्शन-पूजन किए बिना दिन का प्रारंभ नहीं करना चाहिए, जो व्यक्ति प्रतिदिन परमात्मा के दर्शन करता है, उसके विध्न उपशांत हो जाते है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Jan 2019 06:12 PM (IST)Updated: Fri, 04 Jan 2019 06:12 PM (IST)
पुण्य के बिना कुछ भी प्राप्त नहीं होता: मुनि मोक्षानंद

संस, लुधियाना (वि.): तीर्थकर के दर्शन-पूजन किए बिना दिन का प्रारंभ नहीं करना चाहिए, जो व्यक्ति प्रतिदिन परमात्मा के दर्शन करता है, उसके विध्न उपशांत हो जाते है। प्रभु को वंदना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और प्रतिदिन पूजा करने से लक्ष्मी प्रसन्न होती है। उक्त पंक्तियां गुरु समुद्र नगर स्थित, बावा गज्जा कम्युनिटी सेंटर में वर्तमान गच्छाधिपति विजय नित्यानंद महाराज के सानिध्य में जारी धर्म सभा में मुनि मोक्षानंद ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि घर में सुख-सौभाग्य तथा धन-धान्य की वृद्धि चाहने वालों को प्रतिदिन तीर्थकरों की पूजा करनी चाहिए। कुमार पाल म. ने पूर्व जन्म में एक बार भगवान की पुष्पों से पूजा की थी और उसके पुण्य प्रभाव से वह अठारह देशों का महाराजा बना। संपति राजा ने अपने जीवन काल में सवा लाख जैन मंदिरों का निर्माण करवाया और सवा करोड़ तीर्थकर भगवंतों की प्रतिमाएं बनवाकर विराजमान की। मुनि श्री ने कहा कि आज का व्यक्ति अमीर तो बनना चाहता है, किंतु पुण्य के बिना कुछ भी प्राप्त नहीं होता। उत्कृष्ट पुण्य प्राप्त करने के लिए जिन भक्ति तथा प्राणी सेवा से बढ़कर दूसरा कोई मार्ग नहीं। भगवान के दर्शन-पूजन से भवोभव के पाप नष्ट हो जाते हैं। जीवन की जटिलता तथा मन की कुटिलता दूर करने के लिए परमात्मा से प्रेम करना चाहिए। प्रभु की करुणा से दुख का दरिया भी सुख जाता है। वर्तमान युग में भोग विलास का बोलबाला बढ़ता जा रहा है। धन की अंधी दौड़ में जीवन रुपा देने वाला व्यक्ति का भी आखिर में निधन ही होता है। आत्म शांति के बिना भौतिक सुख साधना दुख तथा तनाव ही देने वाले हैं। भगवान के दर्शन पूजन से आत्म शांति तथा अखंड सुख की प्राप्ति होती है।

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तेरापंथ भवन में पधारने को लेकर गुरु जैनाचार्य नित्यानंद ने दी स्वीकृति

शुक्रवार को बावा गज्जा जैन कम्युनिटी सेंटर में तेरापंथ समाज के प्रतिनिधि पहुंचे, जहां उन्होंने गच्छाधिपति नित्यानंद सूरिश्वर म., मुनि मोक्षानंद से आशीर्वाद लिया व विनती की कि वह भी एक दिन निकालकर तेरापंथ भवन में अपने चरण रखें। इस अवसर पर जैनाचार्य ने उनकी विनती स्वीकारते हुए आगामी दिनों में आने के लिए आश्वासन दिया। इस अवसर पर श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ महासभा के पंजाब प्रभारी कुलदीप जैन सुराणा, पूर्व महामंत्री कमल नवलक्खा, तेरापंथ सभा लुधियाना अध्यक्ष रायचंद चौरड़िया, रुपेश जैन, धीरज सेतिया, तेरापंथ युवक परिषद पूर्व अध्यक्ष राज कुमार जैन, संजीव बरड़िया, पुखराज बौत्रा, महिला मंडल अध्यक्ष मंजू वैध, मंत्री प्रोर्मिला जैन, पूर्व मंत्री कविता सेठिया व अन्य उपस्थित थे।


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