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गांव धालिया से किसान संघर्ष में लंगर की सेवा के लिए जत्था दिल्ली रवाना

गांव धालिया से दिल्ली किसान संघर्ष में लंगर की सेवा करने के लिए दो ट्रैक्टर ट्रालियां सरपंच अमरिदर सिंह धालिया और खजांची सुखदेव सिंह के नेतृत्व में रवाना हुई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 01:29 AM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 01:29 AM (IST)
गांव धालिया से किसान संघर्ष में लंगर की सेवा के लिए जत्था दिल्ली रवाना
गांव धालिया से किसान संघर्ष में लंगर की सेवा के लिए जत्था दिल्ली रवाना

जेएनएन, रायकोट : गांव धालिया से दिल्ली किसान संघर्ष में लंगर की सेवा करने के लिए दो ट्रैक्टर ट्रालियां सरपंच अमरिदर सिंह धालिया और खजांची सुखदेव सिंह के नेतृत्व में रवाना हुई। सरपंच अमरिदर सिंह धालिया ने बताया केंद्र सरकार कृषि कानूनों को रद करने के बजाय गुमराह कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों की हिमायत के लिए गांव धालिया से एनआरआइ, समूह नगर निवासियों और नौजवानों की तरफ से लंगर की सेवा करने के लिए जत्था रवाना हुआ है। इस मौके प्रधान हरी सिंह, प्रधान शेरजंग सिंह, शेर सिंह, सुखदेव सिंह और अन्य नौजवान उपस्थित थे।

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पेंशनर्स ने किसानों के संघर्ष का किया समर्थन

इधर, कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसानों के संघर्ष का पंजाब फूड सिवल इंप्लाइज एंड कंज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने समर्थन किया है। एसोसिएशन ने केंद्र सरकार से कानून रद करने की मांग की है। एसोसिएशन के पंजाब प्रधान हरदेव सिंह रोशा ने कहा कि कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसानों ने दिल्ली में धरना लगाया है। किसी भी सरकार की तरफ से जारी किए कानून लोगों की भलाई के लिए होते हैं न कि लोगों का शोषण करने के लिए। किसान इन कानूनों को लागू नहीं करवाना चाहते, पर सरकार धक्के के साथ लागू करके लोगों पर थोपने वाला काम कर रही है। इन कानूनों से किसान तबाह हो जाएगा। इसके साथ ही मंडियों में काम करने वाले मजदूर, आढ़ती, मुनीम, पल्लेदार मंडी पर निर्भर हैं। वे सब भी बेरोजगार होंगे। इन कानूनों से सरकारी खरीद एजेंसियों का नुक्सान होगा। इससे बेरोजगारी बढ़ेगी। गरीब और गरीब होगा व अमीर और अमीर होते जाएंगे।


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