टीबी के मरीजों को नियमित रूप से खानी चाहिए दवाई : डा. सुरिंदर
सिविल अस्पताल जगराओं में विश्व टीबी दिवस मनाया गया। इसमें डा.सुरिदर सिंह ने टीबी के लक्षणों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कि टीबी एक छूत की बीमारी की तरह है जोकि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को सांस के द्वारा हो जाती है।
जागरण संवाददाता, जगराओं : सिविल अस्पताल जगराओं में विश्व टीबी दिवस मनाया गया। इसमें डा.सुरिदर सिंह ने टीबी के लक्षणों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कि टीबी एक छूत की बीमारी की तरह है जोकि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को सांस के द्वारा हो जाती है। टीबी की बीमारी सीने पर ही नहीं शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है। यदि मरीज का वजन कम होता है या उसको बुखार रहता है, तो उसको अपने डाक्टर की सलाह से टेस्ट करवाते रहना चाहिए। दवाई नियमित रूप से लें। दवाई बीच में छोड़ने से कई बार रोग भयानक रूप धारण कर लेता है। इसका इलाज मुफ्त किया जाता है। सीनियर मेडिकल अफसर डा.प्रदीप कुमार महिद्रा ने कहा कि टीबी मरीजों को मुफ्त इलाज के साथ-साथ उनकी आर्थिक सहायता भी की जाती है। यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक खांसी है तो उसको अपना डाक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।