बिना विचारों के कोई भी चीज संभव नहीं: मीनल
बिना विचारो के कोई भी चीज संभव नही है। जो भी चीज चाहिए पहले उसका विचार लाएं फिर इमोशन और इसके बाद एक्शन। ऐसा नही कि जो सोचा वह आपको मिल ही गया।
जासं, लुधियाना : बिना विचारो के कोई भी चीज संभव नही है। जो भी चीज चाहिए, पहले उसका विचार लाएं फिर इमोशन और इसके बाद एक्शन। ऐसा नही कि जो सोचा, वह आपको मिल ही गया। यह बात लेखक, मेटोर और होलिस्टिक थैरेपिस्ट मीनल अरोड़ा ने फिक्की फ्लो की ओर से 'हाऊ डज अवर पास्ट इंपेक्ट अवर प्रेजेंट' (हमारा बीता हुआ कल आज की लाइफ को किस तरह प्रभावित करता है) विषय पर आयोजित टॉक के दौरान कही।मीनल ने कहा कि धरती का इंसान के इमोशन से गहरा संबंध है। इस बात का जीवन पर प्रभाव पड़ना संभव है। एक उदाहरण देते कहा कि वर्ष 2012 जैसे ही आया था तो सभी के मन में यह धारणा थी कि दुनिया ने तबाह हो जाना है। वह बोली कि किसी भी रिश्ते के लिए आपका संबंध उसमें झलकता है। जैसा संबंध किसी से होना, आपका रिश्ता भी वैसा ही होगा। कई बार ऐसा होता है कि दुनिया में जो हो रहा है, हम उसे तो जानते नही होते पर इसके लिए जिम्मेदार कौन होता है, उसके बारे में बोलने लग जाते हैं। हमारी जिदगी कैसे काम करती है, यह जानना बेहद जरूरी है।
भावनाओ को एक्सप्रेस करने के दो तरीके
मीनल ने कहा कि भावनाओ को एक्सप्रेस करने के दो तरीके होते हैं। एक तो हम बोल कर, लिख कर या फिर पेंटिग के जरिए चीजो को एक्सप्रेस कर देते हैं। दूसरा तरीका एनरजैटिक होता है जो भी जीवन में होता है, आप उसे प्रभावित करते हो। हम बीता समय भूल कर अपने वर्तमान में रहना चाहते हैं पर बीता कल हमारा पीछा नही छोड़ता। इसी तरह से हम अपना वर्तमान और भविष्य दोनो खराब कर लेते हैं। एक प्रेक्टिकल गेम के जरिए फिक्की मेंबर्स ने इस विषय संबंधी भी जाना।