Move to Jagran APP

Summer Vacation: लुधियाना का सराफा बाजार कल से 3 दिन रहेगा बंद, गर्मियों की छुट्टियों के चलते लिया फैसला

Summer Vacation राज्य में पड़ रही गर्मी का प्रभाव हर तरफ देखने काे मिल रहा है। स्वर्णकार संघ के प्रधान गोपाल भंडारी ने बताया कि सराफा बाजार में हर साल की तरह इस साल भी गर्मी की छुट्टियां की जा रही है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Thu, 23 Jun 2022 12:29 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jun 2022 12:33 PM (IST)
Summer Vacation: लुधियाना का सराफा बाजार कल से 3 दिन रहेगा बंद, गर्मियों की छुट्टियों के चलते लिया फैसला
लुधियाना का सराफा बाजार अगले 3 दिन रहेगा बंद। (फाइल फाेटाे)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। औद्योगिक नगरी लुधियाना का प्रमुख सराफा बाजार 24 जून से 3 दिन के लिए बंद रहेगा। बाजार को गर्मियों की छुट्टियों के चलते 24, 25 और 26 जून तक के लिए बंद किया जा रहा है। लुधियाना स्वर्णकार संघ के प्रधान गोपाल भंडारी ने बताया कि सराफा बाजार में हर साल की तरह इस साल भी गर्मी की छुट्टियां की जा रही है। इसको लेकर एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से 24 से 26 जून तक तीन दिन के लिए अवकाश करने की सहमति जताई है।

loksabha election banner

जाम को लेकर की चर्चा

इस दौरान बाजार की विभिन्न समस्याओं को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। इसमें बाजार में लटकती बिजली की तारें, सफाई व्यवस्था और पार्किंग सही न होने के चलते लगने वाले जाम को लेकर भी चर्चा की गई। इस दौरान फैंसला किया गया कि इसके लिए सभी दुकानदार मिलकर ऐसा सिस्टम बनाएंगे कि बाजार में जाम न लगे और ग्राहक दुकानों तक पहुंच सकें। इसके लिए हर दुकानदार अपनी दुकान के आगे पार्किंग को लेकर भी खास ध्यान रखेगा कि कोई भी ग्राहक गलत पार्किंग न करके जाएं, ताकि जाम न लगे। जाम लग जाने से बाजार में ग्राहकों की आमद कम हो गई है। ऐसे में सबको मिलकर इस समस्या के हल के लिए काम करना होगा।

ये रहे माैजूद

इस अवसर पर चेयरमैन प्रेम भंडारी, प्रधान गोपाल भंडारी, महासचिव राकेश वर्मा, दविंदर वर्मा, सुरेश गोगना, जसपिंदर सिंह, रमन गोगना, अश्वनी कड़वल, राजेश वर्मा, विनोद सहदेव, शिव कुमार धीर व आनंद अस्ट्र आदि मौजूद थे।

पाकिस्तान से आए लोगों ने भी खोली हैं दुकानें

20वीं सदी की शुरुआत में लुधियाना के सराफा बाजार में महज पांच से सात दुकानें कारोबारियाें की थी। उनके साथ तीस मील के दायरे में आने वाले शहरों, कस्बों के दुकानदार एवं ग्राहक सोने, चांदी के आभूषणों एवं बर्तनों की खरीदारी के लिए आते थे। इसके बाद वर्ष 1947 में भारत का बंटवारा हुआ और पाकिस्तान से पलायन करके कई सराफा कारोबारी यहां आकर ब

यह भी पढ़ें-Sidhu Moose Wala: एसवाईएल विवाद पर मूसेवाला का नया गीत आज शाम 6 बजे हाेगा रिलीज, फैंस करने लगे शेयर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.