छह माह की बच्ची से छिन गया मां का आंचल, जानें क्या रही वजह
भामिया के राम नगर की गली नंबर दस में रहने वाले होमगार्ड जवान की पुत्र वधु ने शनिवार सुबह फंदा लगा लिया।
जागरण संवाददाता, लुधियाना: भामिया के राम नगर की गली नंबर दस में रहने वाले होमगार्ड जवान की पुत्र वधु ने शनिवार सुबह फंदा लगा लिया। थाना जमालपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। मृतका के परिजनों ने ससुरालियों पर उसकी हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।
मृतका की पहचान दिनेश कुमार की पत्नी प्रीति कुमारी (22) के रूप में हुई है। सिविल अस्पताल में मौजूद प्रीति के पिता शैंलेंदर ने बताया कि वे मूल रूप से बलिया (उत्तर प्रदेश) के गाव भीखा छपरा पोस्ट ऑफिस रानी गंज बाजार के रहने वाले हैं। यहा वो वर्धमान फैक्ट्री में नौकरी करता है और फैक्ट्री के स्टाफ क्र्वाटर में परिवार समेत रहता है। प्रीति दो भाइयों की अकेली बहन थी। दो साल पहले उसकी शादी दिनेश के साथ हुई। जिससे उनकी छह महीने की एक बेटी भी है। दिनेश का पिता हरिंदर कुमार मुंडिया चौकी में होमगार्ड तैनात है।
शैलेंदर ने बताया कि करीब एक सप्ताह पहले दिनेश और प्रीति के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। पता चलने पर शैलेंदर ने दिनेश को फोन करके कहा कि झगड़ा खत्म करने के लिए वो प्रीति को कुछ दिनों के लिए मायके भेज दे। मामला शांत होने पर उसे वापस ले जाना। मगर दिनेश ने उलटा जवाब देते हुए कहा कि एक बार अगर प्रीति मायके गई तो वो उसे कभी वापस लेकर नहीं जाएगा। इसी बात को लेकर शनिवार सुबह भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ।
पता चलने पर शैलेंदर ने फिर से फोन करके दिनेश से कहा कि वो प्रीति को उनके पास छोड़ जाए। मगर दिनेश ने फिर से वही जवाब दिया। जिसे सुन कर दोनों का झगड़ा खत्म करने के लिए शैलेंदर प्रीति के ससुराल चला गया। वहा पहुंच कर देखा तो उसके घर को बाहर से ताला लगा हुआ था। उसने जब दिनेश को फोन करके पूछा तो उसने बताया कि प्रीति ने फंदा लगा लिया है। वो लोग उसे सिविल अस्पताल ले आए हैं। सिविल अस्पताल पहुंचने पर पता चला कि प्रीति की मौत हो चुकी है।
शैलेंदर और उसके भाई सैलेश ने आरोप लगाया कि ससुरालियों ने प्रीति की हत्या की है। फोन पर बात करने के दस मिनट बाद वो उसके घर पहुंच गए थे। मगर तब तक वो लोग उसका शव लेकर चले गए थे। उन्होंने कहा कि यदि प्रीति ने खुद ही फंदा लगाया, तो वो उसका शव लेकर खुद ही सिविल अस्पताल क्यों चले गए। पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी गई। मोती नगर थाना की पुलिस मामला नहीं दर्ज कर रही है।
उधर, थाना जमालपुर के एसएचओ रविंदर पाल ने कहा कि वो खुद मामले की जाच कर रहे हैं। मृतका के पिता का बयान दर्ज किया जा रहा है। उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।