कोरोना का फैलाव तब्लीग की साजिश नहीं, नासमझी
लुधियाना कोरोना का फैलना तब्लीग की सा•िाश नही नासमझी है। तब्लिगयों के अलावा कोरोना फैलाव की और भी बहुत से वजह है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस पंजाब व चंडीगढ़ के प्रमुख बृजभूषण सिंह बेदी ने ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेन्स के दौरान यह प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी भी सं़गठन को चलाने के लिए अच्छी लीडरशिप की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना
कोरोना का फैलना तब्लीग की साजिश नहीं, नासमझी है। तब्लीगियों के अलावा कोरोना फैलाव की और भी बहुत से वजह हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पंजाब प्रांत संघ चालक बृजभूषण सिंह बेदी ने ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी भी संगठन को चलाने के लिए अच्छी लीडरशिप की जरूरत है। मगर, अफसोस है कि तब्लीगी जैसे संगठन अभी तक ऐसे खुशकिस्मत नहीं रहे।
कोरोना वायरस क्या चीन की साजिश है, के जवाब में बेदी ने कहा कि आरएसएस कोई मेडिकल स्पेशलिस्ट नहीं है। देश की माहिर एजेंसियां इसकी वजह ढूंढने में लगी हुई हैं। उम्मीद है जल्द ही वह निष्कर्ष तक पहुंच सकती हैं।
बेदी ने कहा कि अभी तक हम इसे प्राकृतिक आपदा मानकर चल रहे हैं। अभी समय यह कैसे आया, इसे ढूंढने का नहीं बल्कि इससे कैसे बचा जा सके, इस पर जोर लगाने का है।
बेदी ने कहा कि देश पर जब भी विपदा आई है। आरएसएस ने इससे निपटने में सदैव अग्रणी भूमिका निभाई है। इस बार भी हमारे स्वयंसेवक डटे हुए हैं। प्रत्येक जिले की जरूरत अनुसार सेवा कार्य जारी है। जिला प्रशासन व स्थानीय तंत्र के साथ हमारे प्रतिनिधि संपर्क में हैं। उनसे कहा गया है कि जहां भी जैसी भी आवश्यकता हो, बताया जाए। संघ के हजारों स्वयंसेवक इस सेवा कार्य के लिए तैयार बैठे हैं।
उन्होंने बताया कि 14 अप्रैल तक के आंकडों के अनुसार पंजाब में आरएसएस द्वारा 45 लाख रुपये सेवा कार्यो के लिए खर्च किए जा चुके हैं। चूंकि सभी जिलों की प्राथमिकताएं अलग-अलग है। इसलिए कही मास्क व सैनिटाइजर का वितरण हो रहा है, तो कहीं भोजन के साथ-साथ राशन भी बांटा जा रहा है। वहीं पठानकोट के गांवों में आरएसएस स्वयंसेवकों द्वारा 200 गांवों में ठीकरी पहरे की शुरुआत की गई, ताकि कोई बाहरी व्यक्ति बिना किसी ठोस वजह के गांव में दाखिल न हो सके।
बेदी ने बताया कि प्रदेश में अभी तक 42329 मास्क बांटे गए हैं। इसके अतिरिक्त 1,77,135 घरों को राशन किट दी गई है। बेदी ने कहा कि पाकिस्तान से सूचना आई है कि वहां हिदुओं व अन्य धर्मो के लोगों को कहा जा रहा है कि अनाज तब मिलेगा, जब तुम इस्लाम धर्म अपना लोगे। मगर, आरएसएस इसके विपरीत सेवा कार्यो के लिए धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करता है।