नाके पर मामला निपटाने को लेकर SP और ASI में हुई बातचीत का ऑडियो वायरल, पुलिस में हड़कंप Ludhiana News
मोबाइल पर बातचीत के दौरान हुई तनातनी की ऑडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल हुई है।तीन मिनट 12 सेकेंड की इस इस ऑडियो ने खन्ना पुलिस में हड़कंप मचा दिया है।
खन्ना, [सचिन आनंद]। दो महीने पहले खन्ना पुलिस ने एक नाके के दौरान करीब साढ़े सात करोड़ रुपये का सोना बरामद किया था। इस दौरान खन्ना के एसपी (डी) जसवीर सिंह और नाके पर तैनात एएसआइ जगजीवन राम के बीच मोबाइल पर बातचीत के दौरान हुई तनातनी की ऑडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल हुई है।
इस ऑडियो में दोनों के बीच की बहस इस हद तक पहुंच जाती है कि एसपी जसवीर सिंह एएसआइ जगजीवन राम को यह कहकर सोना छोडऩे को कहते हैं कि सोने के साथ पकड़े लोग उनके जानकार हैं। इस पर एएसआइ जगजीवन राम कहते हैं कि उन्होंने नार्कोटिक्स सेल के अधिकारी को बताया दिया है, वह नाके पर पहुंच रहे हैं बस इसी बात पर एसपी एएसआइ को धमकी देते हैं तो एएसआइ उनकी इस बात से दुखी होकर कहते हैं कि वह खुद को गोली मार लेंगे और सुसाइड नोट अपनी जेब में रख लेंगे।
तीन मिनट 12 सेकेंड की इस इस ऑडियो ने खन्ना पुलिस में हड़कंप मचा दिया है। जानकारी के अनुसार 30 जून 2019 को उस समय के कोट चौंकी इंचार्ज और नार्कोटिक्स सैल के प्रभारी जगजीवन राम ने चौकी के पास नाका लगाया हुआ था। नाके के दौरान नार्कोटिक्स सेल के एएसआइ लखवीर सिंह भी उपस्थित थे। इस दौरान सफेद रंग की सियाज कार को शक के आधार पर रोका गया। बताया जा रहा है कि कार में तब दो लोग सवार थे। चेकिंग के दौरान उसमें से करीब 22 किलो 300 ग्राम सोना बरामद हुआ। इसकी कीमत करीब साढ़े सात करोड़ रुपये थी। वायरल ऑडियो क्लिप उसी समय की है। बिल नहीं दिखा पाने पर जगजीवन राम ने इसकी सूचना सदर थाना प्रमुख, डीएसपी (नार्कोटिक्स) और एसएसपी को भी दे दी थी।
केवल जानकारी हासिल कर रहा था : एसपी जसवीर सिंह
एसपी जसवीर सिंह ने कहा कि उन्होंने किसी को गलत नहीं कहा। वह तो सोना बरामदगी संबंधी जानकारी हासिल कर रहे थे। मुलाजिमों की तरफ से ऑडियो वायरल करना विभाग के विरोधी गतिविधि है।
ऑडियो की जांच कराने पर एसएसपी ने नहीं दिया जवाब
खन्ना के एसएसपी गुरशरणदीप सिंह ग्रेवाल ने कहा कि ऑडियो काफी पुरानी है। उस समय ही कार सवारों ने सोने के बिल दिखा दिए थे। बिल देखने के बाद सोना छोड़ दिया गया था। ऑडियो की जांच कराने के सवाल पर एसएसपी ग्रेवाल ने कोई जवाब नहीं दिया।
वायरल ऑडियो की बातचीत
एसपी जसवीर सिंह का नाके पर मौजूद एएसआइ लखवीर सिंह के मोबाइल पर फोन आता है।
एसपी- नाके ते जेहनां कोलों सोना पकड़ेआ आ, ओ मेरे (एसपी) दोस्त दे जीजा आ। ओहनां कोल ओहदा बिल वी आ।
एएसआइ- एएसआइ जगजीवन राम नाके ते मौजूद आ, ओहनां दी साहब नाल गल्ल होई आ, डिप्टी साहब ऐत्थे आ रहे ने।
एसपी- तूं ऐत्थे नाका क्यों लगाया।
एएसआइ- सर, नार्कोटिक्स सेल दे इंचार्ज जगजीवन जी आ, ओहनां ने ही ऐत्थे नाका लाया ऐ।
एसपी- तूं मेरी गल्ल सुन ला लखवीर, जे ओहनां (जिनसे सोना मिला) ने गल्ल कीती आ तां तूं पैहलां केहा कि मैं नी गल्ल करणी।
एएसआइ- नई जी, मैं तां किसे नाल वी नईं कीती।
एसपी- तूं मेरी गल्ल सुना ला लखवीर, तैनूं एह पार्टी ने केहा ए के एह मैनूं (एसपी को) जाणदे आ ते ऐह मेरे दोस्त दे जीजा आ।
एएसआइ- मैंनूं नी एहनां ने केहा, एहनां ने मेरा सिरफ नाम पुछेआ आ।
एसपी- जगजीवन हैगा नाके ते, तां मेरी गल करवा।
फिर एसपी की एएसआइ जगजीवन राम से वार्ता
एएसआइ जगजीवन- हेलो, सत श्री अकाल सर
एसपी- सत श्री अकाल, ओ तूं ऐत्थे जदों तों चौकी इंचार्ज लगेया ऐ, नाका एदर लै गेआं तूं।
एएसआइ- सर एह केहड़ा जी माड़ा कम्म कीता, नाका तां साहब दे हुक्मां ते ही ऐत्थे लाया ऐ।
एसपी- साहब दा हुक्म तां हैगा, पर तूं दस्सेआ ई नीं तां।
एएसआइ- सर अजे तां फड़े (जिनसे सोना मिला) ही आ, बस क्लीयर कर रहे आं। पैहलां एसएचओ साहब नूं, फेर डिप्टी साहब नूं दस्सेआ।
एसपी- डिप्टी साहब केहड़े
एएसआइ- नार्कोटिक्स सेल दे सर।
एसपी- ओ तां ठीक आ, एह आपने दोस्त आ मुंडे, इक नंबर दा सामान आ एहना कोल, बिल वी आ, सारा कुज आ।
एएसआइ- सर ऐहदे बारे नॉलेज नी हैगी आपां नूं, डिप्टी साहब नाल गल्ल होई सी, ओह कैहंदे मैं आ रेहा, मैं कंटोल रूम दस्सेया ते ओहणां ने अग्गे साहब नूं दस्स ता जी।
एसपी- तूं ना पैहलां आले कम्म करण लग पेया काका, तूं कर ला काका, तैनूं मैं दस्स गां, जिदन मैं..
एएसआइ- सर दस्सो मैं की कम्म कर ता, मैं डिप्टी साहब नूं दस्स दित्ता, मैं परोपर चैनल नाल अग्गे दस्स दित्ता।
एसपी- केहड़ा परोपर चैनल ओए, तूं मैनीं नी दस्सेआ
एएसआइ- सर (एसपी से) मेरे नाल फालतू नी... रॉन्गली नी बोलना मैनूं, मैं आपणे आप नूं गोली मार लैणी आ ते सुसाइड नोट जेब विच पा के मरूंगा मैं। बस इसके बाद एएसआइ जगजीवन राम फोन काट देते हैं।
बाद में एएसआइ को भेज दिया पुलिस लाइन
हालांकि, अब ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस के काम करने के तरीके पर भी सवाल उठे हैं। इस घटना के बाद ही एएसआइ जगजीवन राम को चौकी इंचार्ज से हटाकर पुलिस लाइन भी भेज दिया गया था।
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