गुरुद्वारा साहिब के रास्ते का विवाद गर्माया, स्टे के बावजूद तीन दर्जन हथियारबंद लोगों ने तोड़ दी दुकान Ludhiana News
मोचपुरा बाजार में स्थित गुरुद्वारा भाई भगवान सिंह के रास्ते को लेकर हुए विवाद में शनिवार को तीन दर्जन के करीब लोगों ने कब्जा करने का आरोप लगाते हुए दुकान को ही तोड़ दिया।
लुधियाना, जेएनएन। मोचपुरा बाजार में स्थित गुरुद्वारा भाई भगवान सिंह के रास्ते को लेकर हुए विवाद में शनिवार को तीन दर्जन के करीब लोगों ने कब्जा करने का आरोप लगाते हुए दुकान को ही तोड़ दिया। पुलिस के पहुंचने पर वे लोग वहां से निकल गए। दुकानदार के अनुसार उनके पास अदालत का स्टे है और इसके बावजूद दुकान को तोड़ दिया गया।
दरअसल, मोचपुरा बाजार में 1947 से भी पहले का गुरुद्वारा भाई भगवान सिंह बना हुआ है। इसे लेकर बाजार के दुकानदार यहां पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। दोनों पक्षों ने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर को दी है और इसकी अभी जांच चल रही है। दुकान के मालिक जगजीत सिंह के अनुसार पूर्व पार्षद गुरप्रीत सिंह की अगुआई में तीन दर्जन से भी ज्यादा लोगों ने दोपहर के समय दुकान का शटर तोड़ा और वहां से गारमेंट्स का सामान बाहर फेंक दिया। गल्ले को भी उठाकर ले गए जिसमें दो लाख 35 हजार रुपये थे। इससे पूरे बाजार में माहौल तनावपूर्ण बना रहा।
दो सप्ताह से चल रहा विवाद
गुरुद्वारा साहिब के रास्ते को लेकर विवाद दो सप्ताह से चल रहा है। बाजार के लोग इस दुकान को तोड़कर रास्ता देने के लिए दो सप्ताह पहले सीपी को मिले थे और कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद धरना प्रदर्शन किया गया। एडीसीपी गुरप्रीत सिकंद ने लोगों से कहा था कि वह इसका हल करेंगे। मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो भड़के लोगों ने हथौड़े, रॉड और सब्बल से दुकान तोड़ दी।
संगत ने खुद ही तोड़ी दुकान
पूर्व पार्षद पूर्व पार्षद एवं कांग्रेस नेता गुरप्रीत खुराना ने कहा कि गुरुद्वारा साहिब के रास्ते पर कब्जा किया हुआ था, जिसे लेकर उनकी ओर से शांतमयी प्रदर्शन किया जा रहा था। जब पुलिस ने उनकी सुनवाई नहीं की तो संगत ने खुद ही दुकान तोड़ी है, वे लोग कौन थे मुझे नहीं पता। मगर प्रशासन को पहले ही इस तरफ ध्यान देकर हल करवाना चाहिए था।
जैसे ही सूचना मिली तो पुलिस को देख वे लोग यहां से भाग गए हैं। जगजीत की ओर से इसकी शिकायत दी गई है। पूरी रिपोर्ट और वीडियो फुटेज के साथ डीए लीगल को भेजी गई है। मामला पहले से कोर्ट में है, इसलिए डीए लीगल की राय के बाद ही मामला दर्ज किया जाएगा। -वरियाम सिंह, एसीपी सेंट्रल।