लुधियाना के न्यू रामनगर में भागवत कथा में उमड़े श्रद्वालु, ध्रुव की कथा सुनकर हुए अभिभूत
बालक ध्रुव काे यह बात चुभ जाती है और वह वन में जाकर कठिन तपस्या करने लगते हैं। तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु उन्हें दर्शन देते हैं और उन्हें वरदान देने का वचन देते हैं। प्रसंग से यह शिक्षा मिलती है कि किसी से भेदभाव नहीं करना चाहिए।
लुधियाना, [जेएनएन]। न्यू राम नगर क्लब की ओर से आयोजित सात दिवसीय सरस संगीतमयी श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन कथा ब्यास पं.अवधेश पांडेय जी ने ध्रुव के चरित्र की कथा से भक्तों को अभिभूत किया। ग्यासपुरा के न्यू राम नगर में आयाेजित कथा में सतयुग में अवधपुरी में राजा उत्तानपद राज किया करते थे। उनकी बड़ी रानी का नाम सुनीति था और उनके कोई संतान नहीं थी। देवर्षि नारद रानी को बताते हैं कि यदि तुम दूसरी शादी करवाओगी तो संतान प्राप्त होगी।
रानी अपनी छोटी बहन सुरुचि की शादी राजा से करवा देती है। कुछ समय बाद सुरुचि को एक संतान की उत्पत्ति होती है। जिसका नाम उत्तम रखा। उसके कुछ दिनों के बाद बड़ी रानी भी एक बालक ध्रुव को जन्म देती है। 5 वर्ष बाद जब राजा उत्तम का जन्म दिन मना रहे थे तो बालक ध्रुव भी बच्चों के साथ खेलता हुआ उनकी गोद में बैठ गया, जिस पर सुरुचि उठा देती है और उसे कहती है कि यदि अपने पिता की गोद में बैठना है तो अगले जन्म तक इंतजार कर।
बालक ध्रुव यह बात चुभ जाती है और वह वन में जाकर कठिन तपस्या करने लगते हैं। उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु उन्हें दर्शन देते हैं और उन्हें मनचाहा वरदान देने का वचन देते हैं। इस प्रसंग से यह शिक्षा मिलती है कि किसी से भेदभाव नहीं करना चाहिए और प्रभु की भक्ति में कोई विघ्न नहीं डालना चाहिए।
ये रहे माैजूद
इस मौके पर बीएस ठाकुर, डीएस ठाकुर, रामजस चौधरी, रविंद्र राणा, दिलीप कुमार, उमेश कुमार, रामशरण यादव, विजय शंकर ठाकुर, शिव शंकर ठाकुर, नीरज झा, राम अवध यादव, जनार्दन सिंह, सुबोध चौहान,शियाराम, रमेश, मनोज सिंह, दिनेश मिश्रा, भूषण सिंह व हिमाल तिवारी आदि मौजूद थे l