Move to Jagran APP

जुलाई-अगस्त में ही स्टोर हो जाती है चाइनीज डोर

चाइनीज डोर की मोटी कमाई जान पर भारी बन रही है। अब भी ड्रैगन डोर बिना रोक-टोक महंगे दाम पर चोरी छिपे बेची जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 05:30 AM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 05:30 AM (IST)
जुलाई-अगस्त में ही स्टोर हो जाती है चाइनीज डोर
जुलाई-अगस्त में ही स्टोर हो जाती है चाइनीज डोर

जागरण संवाददाता, लुधियाना : चाइनीज डोर की मोटी कमाई जान पर भारी बन रही है। अब भी ड्रैगन डोर बिना रोक-टोक महंगे दाम पर चोरी छिपे बेची जा रही है। मगर इसे रोकने वाला कोई नहीं है। दुकानदार ड्रैगन डोर से तीन गुणा पैसा कमा रहे हैं, जिस कारण इसका चलन नहीं रुक रहा है। धागे की डोर महंगी है और जल्दी कट भी जाती है और इससे चाइना डोर की लागत और बढ़ती है। इस कारण पतंगबाजों की पहली पसंद चाइनीज डोर है। यह डोर इंडिया में ही बनती है और यहीं पर बेची जाती है। बताया जाता है कि चारपाई पर लगने वाली नवार के प्लास्टिक के धागे को ही डोर के रूप में बेचकर कुछ कंपनियां पैसा कमा रही हैं।

loksabha election banner

एक दुकानदार ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि जुलाई या अगस्त में ही इस चाइनीज डोर की स्टारेज होनी शुरू हो जाती है। थोक रेट में चार सौ ग्राम के गट्टू का रेट करीब डेढ़ सौ रुपये होता है, दुकानदार तक पहुंचते यह रेट दो सौ रुपये हो जाता है। जैसे-जैसे लोहड़ी पास आती है तब तक इसका रेट रिटेल पर साढ़े चार सौ रुपये तक हो जाता है। पुलिस की ढीली कार्रवाई भी महंगी करती है डोर

बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा धारा 144 के तहत चाइनीज डोर नहीं बिकने देने के आदेश जारी कर दिए जाते हैं। मगर इसके बावजूद डोर चोरी छिपे बेची जाती है और इसी के चलते ही इसका रेट बढ़ा दिया जाता है। धागे की डोर चाइनीज से होती है महंगी

चाइनीज डोर किलो में बिकती है तो धागे की डोर मीटर के हिसाब से बेची जाती है। ड्रैगन डोर का एक गट्टू यहां साढ़े चार सौ रुपये में मिलता है तो दूसरी डोर की चरखड़ी साढ़े सात सौ या आठ सौ रुपये में मिलती है और इससे दुकानदार को कमाई कम होती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.