लुधियाना में Odd-Even फॉर्मूला अभी पूरी तरह लागू नहीं, कई दुकानदारों ने किया विरोध
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए ऑड ईवन फॉर्मूला को बड़े बाजारों ने तो अपनाना शुरू कर दिया।
लुधियाना, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए ऑड-ईवन फॉर्मूला को बड़े बाजारों ने तो अपनाना शुरू कर दिया है मगर छोटे व पुराने बाजारों ने उसे स्वीकार नहीं किया है। लगातार दूसरे दिन पुलिस कर्मी ऐसे बाजारों के दुकानदारों को समझाते हुए नजर आए। कुल मिलाकर शहर के ऑड ईवन फॉर्मूले का मिला जुला असर देखने का मिला। घुमार मंडी मार्केट एसोसिएशन ने ऑड ईवन की जगह मंगलवार को लेफ्ट-राइट का फॉर्मूला रखा। मंगलवार को आरती चौक से खालसा कॉलेज रोड की ओर आते समय लेफ्ट साइड वाली दुकानें बंद रहीं। सोमवार राइट साइड वाला एरिया बंद था।
सरकार का फार्मूला ऑड ईवन का है। मगर घुमार मंडी ने अपने तौर पर फार्मूला बना लिया। चौड़ा बाजार ने ऑड ईवन फार्मूले को तामील किया। मगर गिरिजाघर चौक में यह स्थिति नजर नहीं आई। निग्गर मंडी में भी पुलिस वाले दुकानदारों को समझाते हुए नजर आए। वे उन्हें कह रहे थे कि दुकानें बंद कर दो, एक-एक करके खोलो। गांधी नगर मार्केट में ऑड ईवन फार्मूले का विरोध देखने का मिला। दुकानदारों का कहना था कि ऐसे करने से उनका व्यापार ठप हो जाएगा। इसके अलावा शहर के ऐसे असंख्य बाजार ऐसे हैं, जहां ऑड-ईवन को लेकर दुकानदारों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
किताब बाजार में खोल ली सभी दुकानें, पुलिस ने बंद करवाईं
किताब बाजार मार्केट के व्यापारियों ने सुबह अपनी दुकानें खोल ली थीं। पुलिस मुलाजिम उन्हें बंद करवाने पहुंचे तो दुकानदारों ने कहा कि उन्हें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को दुकानें खोलने की इजाजत दी जाए, बाकी दिन वह दुकानें बंद रखेंगे। मगर इसे मानने से पुलिस ने इंकार कर दिया और ऑड नंबर की दुकानें बंद करवा दी गई।
स्वर्णकार संघ ने ड़ीसी को सौंपा ज्ञापन
लुधियाना स्वर्णकार संघ सराफा बाजार ने ऑड-ईवन फार्मूले से दुकानें खोलने पर रोष जताते हुए नारेबाजी की और बाद में डिप्टी कमिश्नर को ज्ञापन भी सौंपा। संस्था के प्रधान गोपाल भंडारी और महासचिव राकेश वर्मा ने कहा कि ऑड-ईवन फार्मूले से आम दुकानदारों का नुकसान होगा। उन्होंने पंजाब सरकार व जिला प्रशासन से मांग की कि ऑड ईवन की जगह सभी दुकानों को कुछ घंटे रोजाना खोलने की इजाजत दी जाए या सप्ताह के कुछ दिन निश्चित किए जाएं।