दुष्कर्म अाैर बच्चों के शारीरिक शोषण मामलों का जल्द हाेगा निपटारा, लुधियाना में सात कोर्ट स्थापित
हाई कोर्ट ने दुष्कर्म व शारीरिक शोषण के मामलों को शीघ्रता से निपटाने के लिए 10 फास्ट ट्रैक अदालतों का गठन किया है जिनमें से सात अदालतें लुधियाना में ही स्थापित हाेंगी।
लुधियाना, जेएनएन। पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने दुष्कर्म व बच्चों के साथ शारीरिक शोषण के मामलों को शीघ्रता से निपटाने के लिए पंजाब में 10 फास्ट ट्रैक अदालतों का गठन किया है, जिनमें से सात अदालतें लुधियाना में ही स्थापित की गई हैं। इन अदालताें के गठन से अपराध के मामलाें में कमी अाने की संभावना है। शहर में अाए दिन हाे रहे अपराध के कारण लाेगाें का जीना मुहाल हाे गया है।
पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा जारी की गई सूची के मुताबिक लुधियाना में ही कार्यरत अतिरिक्त सेशन जज लखविंदर कौर, अतिरिक्त सेशन जज रश्मि शर्मा, अतिरिक्त सेशन जज कुलभूषण कुमार व अतिरिक्त सेशन जज जरनैल सिंह को बतौर फास्ट ट्रैक अदालतों का न्यायाधीश लगाया गया है।
सिर्फ दुष्कर्म से संबंधित मामलों की ही हाेगी सुनवाई
इन अदालतों में सिर्फ दुष्कर्म से संबंधित मामलों की ही सुनवाई की जाएगी। वहीं, अतिरिक्त सेशन जज मंदीप कौर को जालंधर की फास्ट ट्रैक कोर्ट, अतिरिक्त सेशन जज हरदीप सिंह को अमृतसर, जबकि अतिरिक्त सेशन जज रजनी छोकरा को फिरोजपुर में बनाई गई फास्ट ट्रैक कोर्ट का जज लगाया गया है।
पॉस्को से सबंधित भी तीन अदालतों का गठन
हाई कोर्ट द्वारा पॉस्को से सबंधित भी कुल तीन अदालतों का गठन किया गया है, जिसके मुताबिक लुधियाना में ही कार्यरत अतिरिक्त सेशन जज केके जैन व अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश आशीष अबरोल को पॉस्को की स्पेशल कोर्ट में लगाया गया है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जालंधर की रंजीत कौर को जालंधर में बनाई गई पॉस्को की स्पेशल कोर्ट का न्यायाधीश लगाया गया है।