जिला कांग्रेस की प्रधानगी के लिए दौड़ शुरू, अश्वनी शर्मा रेस में सबसे आगे Ludhiana News
कई सीनियर कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि अभी कांग्रेस की सरकार को दो साल के करीब समय है। इससे अन्य कांग्रेसी नेताओं को भी सत्ता में काम करने का मौका मिलेगा।
लुधियाना, [अर्शदीप समर]। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के पंजाब की कार्यकारिणी कमेटी को भंग करने के निर्देश के बाद जिला कांग्रेस में राजनीति तेज हो गई है। लुधियाना कांग्रेस की प्रधानगी के लिए कई सीनियर नेताओं ने अभी से दौड़ लगानी शुरू कर दी है। हालांकि इस दौड़ में वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक पूर्व जिला प्रधान अश्वनी शर्मा की दावेदारी मजबूत लग रही है।
प्रत्येक कांग्रेस विधायक चाहता है कि उनके चहेते को जिला कांग्रेस कमेटी के प्रधान चुना जाए। प्रधान पद के दावेदार नेताओं ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़, कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु और सांसद रवनीत बिट्टू के दरबार में जाने की तैयारी कर ली है। कुछ सीनियर नेता दिल्ली में गांधी परिवार के नजदीकी अपने आकाओं से भी संपर्क साध रहे हैं।
26 को पूर्व प्रधान ही दफ्तरों पर फहराएंगे राष्ट्रीय ध्वज
कई सीनियर कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि अभी कांग्रेस की सरकार को दो साल के करीब समय है। इससे अन्य कांग्रेसी नेताओं को भी सत्ता में काम करने का मौका मिलेगा। पार्टी हाईकमान ने निर्देश जारी किया है कि 26 जनवरी को पूर्व जिला प्रधान ही कांग्रेस दफ्तर और अन्य जगहों पर तिरंगा झंडा लहराएंगे।
आशु और बिट्टू के करीबी हैं अश्वनी
वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक पूर्व जिला प्रधान अश्वनी शर्मा की दावेदारी मजबूत लग रही है। अश्वनी पहले विधायक राकेश पांडे के नजदीकी थे। जिला प्रधान बनने के बाद उन्होंने अन्य कांग्रेस विधायकों और कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु के साथ भी खुद के रिश्ते मजबूत किए। इसके अलावा अश्वनी शर्मा ने सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के साथ भी नजदीकियां बनाई।