नेहरू सिद्धांत केंद्र ने 54 स्कूलों के 1498 होनहार विद्यार्थियों को दी स्कॉलरशिप Ludhiana News
नेहरू सिद्धांत केंद्र ने 54 स्कूलों के 1498 होनहार विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी। विभिन्न क्षेत्रों में उम्दा कार्य करने वाली चार शख्सियतों को सतपाल मित्तल राष्ट्रीय अवार्ड दिया।
लुधियाना, जेएनएन। नेहरू सिद्धांत केंद्र ने 54 स्कूलों के 1498 होनहार विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप दी। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उम्दा कार्य करने वाली चार शख्सियतों को सतपाल मित्तल राष्ट्रीय अवार्ड से नवाजा गया। समारोह में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। जावड़ेकर ने केंद्र के प्रयासों की सराहना की और कहा कि शिक्षित समाज से देश बदलता है। जीवन में परिवर्तन भी शिक्षा से ही होता है।
जावड़ेकर ने अपने संबोधन में बच्चों को शिक्षा का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि ज्ञान प्राप्त करना शिक्षा का मूल काम है, कौशल आना भी जरूरी है और अच्छा इंसान बन जीवन सफल हो सकता है, राष्ट्र निर्माण में सहयोग किया जा सकता है। जावड़ेकर ने विद्यार्थियों के अलावा व्यक्तिगत एवं संस्थागत श्रेणी में चार लोगों को सतपाल मित्तल राष्ट्रीय अवार्ड से नवाजा।
व्यक्तिगत श्रेणी में सुशीला बोहरा एवं डॉ. बी रमना राव संयुक्त विजेता रहे। वहीं संस्थागत श्रेणी में स्टूडेंट्स एजुकेशन एंड कल्चरल मूवमेंट इन लद्दाख और इंपल्स एनजीओ नेटवर्क संयुक्त विजेता रहे। इस साल का सतपाल मित्तल एप्रिसिएशन अवार्ड्स डॉ. अजीत सूद और दिलासा जनविकास प्रतिष्ठान को दो अलग-अलग श्रेणियों में दिया गया। केंद्र के प्रधान राकेश भारती मित्तल भी मौजूद रहे। विजेताओं को प्रशस्ति पत्र के साथ कुल 12 लाख रुपये के नकद पुरस्कार दिए गए। सतपाल मित्तल व्यक्तिगत श्रेणी अवार्ड विजेता सुशीला बोहरा, जोधपुर की एक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता हैं। पिछले 42 वर्षो से सुशीला ने अपना जीवन दृष्टिबाधित, दिव्यांगों, अनाथ और महिलाओं के उत्थान के लिए समर्पित किया। डॉ. बी. रमना राव, बेंगलुरु में कार्यरत फिजिशियन और एक कार्डियोलॉजिस्ट हैं, जिन्होंने ग्रामीण लोगों की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया है।