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पंजाब सहित दूसरे राज्यों की संगत ने किए बाबा जसवंत सिंह के अंतिम दर्शन

गुरुद्वारा नानकसर साहिब के संत बाबा जसवंत सिंह के अंतिम दर्शन के लिए शनिवार को काफी संख्या में संगत उमड़ी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 01:11 AM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 01:11 AM (IST)
पंजाब सहित दूसरे राज्यों की संगत ने किए बाबा जसवंत सिंह के अंतिम दर्शन
पंजाब सहित दूसरे राज्यों की संगत ने किए बाबा जसवंत सिंह के अंतिम दर्शन

जासं, लुधियाना: समराला चौक स्थित गुरुद्वारा नानकसर साहिब के संत बाबा जसवंत सिंह के अंतिम दर्शन के लिए शनिवार को काफी संख्या में संगत उमड़ी। गुरुद्वारा साहिब में एक तरफ गुरबाणी का कीर्तन चल रहा था और दूसरी ओर श्रद्धालु बाबा जसवंत सिंह के दर्शन कर रहे थे। हर आंख में आंसू थे। किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि बाबा जी उन्हें छोड़कर चले गए। सुबह से दर्शन का शुरू हुआ सिलसिला देर रात तक जारी रहा। पंजाब के अलावा अन्य राज्यों से भी लोग पहुंच रहे थे।

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बाबा जसवंत सिंह का शुक्रवार की रात निधन हो गया था। पिछले कुछ दिनों से वह फोर्टिस अस्पताल में भर्ती थे। शनिवार की सुबह उनका पार्थिव शरीर गुरुद्वारा साहिब में संगत के दर्शन के लिए गुरुद्वारा नानकसर साहिब में लाया गया। गुरुद्वारा प्रबंधकों के अनुसार रविवार की सुबह 10 बजे नगर कीर्तन के साथ उनकी शव यात्रा 32 सेक्टर स्थित निर्माणाधीन श्री गुरु अमरदास चेरिटेबल अस्पताल पहुंचेगी और उनका अंतिम संस्कार अस्पताल परिसर में किया जाएगा।

बाबा जसवंत सिंह ने धर्म के साथ लोगों को समाज सेवा और मानवता के साथ जोड़ा। उनके नाम से बाबा जसवंत सिंह डेंटल कालेज लोगों की सेवा कर रहा है। इसके अलावा सेक्टर 32 में श्री गुरु अमरदास चेरिटेबल अस्पताल का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। बाबा जी ने लोगों को दिया जरूरतमंदों की सेवा का संदेश

संगत का कहना है कि बाबा जी अकसर कहते थे कि धार्मिक कार्यों के साथ यदि आपका जीवन मानवता और जरूरतमंदों के काम आ सके तो आपका इस दुनिया में आना सफल हो जाता है। बताया जाता है कि बाबा जसवंत सिंह को मानने वाले बड़ी संख्या में श्रद्धालु विदेशों में रहते हैं। शुक्रवार की रात उनके निधन के बाद से ही लगातार विदेशों से फोन आ रहे हैं और खबर की पुष्टि करना चाह रहे थे। बहरहाल, शनिवार की रात श्रद्धालु उनके लगातार दर्शन कर रहे थे।


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