पीएसईआरसी चेयरपर्सन की बैठक में शिअद नेताओं ने की नारेबाजी
पंजाब स्टेट रेगुलेटरी कमीशन (पीएसईआरसी) की चेयरपर्सन कुसुमजीत सिद्धू व शहर के कारोबारियों के बीच चल रही बैठक में उस समय हंगामा हो गया।
जेएनएन, लुधियाना । पंजाब स्टेट रेगुलेटरी कमीशन (पीएसईआरसी) की चेयरपर्सन कुसुमजीत सिद्धू व शहर के कारोबारियों के बीच चल रही बैठक में उस समय हंगामा हो गया, जब शिअद नेता गुरदीप सिंह गोशा ने अपने समर्थकों समेत वहां पहुंच कर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। 'कैप्टन सरकार मुर्दाबाद' के नारे लगाते हुए वे लोग हॉल में घुस आए। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें हॉल से बाहर किया। मगर वे बाहर खड़े होकर भी नारेबाजी करते रहे। गोशा ने कहा कि कैप्टन ने सत्ता में आने के लिए जनता से पांच रुपये यूनिट बिजली देने का वादा किया था। मगर सत्ता में आते ही वो अपने वादे भूल गया। उससे न केवल आम आदमी, बल्कि राज्य के कारोबारियों पर भी बिजली के बिलों का बोझ पड़ रहा है। प्रदर्शनकारियों की वजह से चेयरपर्सन की बैठक आधा घंटा रुकी रही। कारोबारियों का कहना था कि रेट बढ़ाने से पहले पॉवरकॉम अपने इंफ्रास्टक्चर को ठीक करे।
चेयरपर्सन सिद्धू अपने स्टाफ समेत बिजली के रेट बढ़ाने को लेकर कारोबारियों का सुझाव लेने आईं थीं। बैठक में गुरमीत सिंह कुलार, मनजीत सिंह मठारू, बदीश जिंदल, न¨रदर भंवरा, केके गर्ग, जसविंदर ठुकराल, इंद्रजीत नवयुग तथा राजिंदर सहराली समेत अन्य कारोबारियों ने कहा कि विभाग की घटिया कार्यप्रणाली के चलते घंटों के पॉवर कट लगते हैं। इसके चलते प्रोडक्शन रुकने से उनका करोड़ों का नुकसान होता है। अब रेट बढ़ाने का सीधा मतलब इंडस्ट्री पर और बोझ डालना है। पॉवरकॉम का स्टाफ अपनी मर्जी से काम करता है। तकनीकी खराबी आने पर उसे ठीक कराने के लिए घंटों उनका इंतजार करना पड़ता है।
बैठक में कारोबारियों ने कंजप्शन चार्जेज, यूयूई, बिलिट हीटर, बिल लेट होने से पड़ रही पैनल्टी, एलएंडटी कंपनी द्वारा काम खत्म करने के बाद पार्ट्स न मिलने से होने वाली दिक्कतों से अवगत कराया। बैठक में पीएसईआरसी के सदस्य अंजलि चंद्रा, एसएस सरना, चीफ इंजीनियर डीपीएस ग्रेवाल तथा सचिव परनीत महल सूरी समेत अन्य उपस्थित थे।