सरकार के खिलाफ फूटा गुस्सा, ग्रामीण मजदूर यूनियन ने बीडीपीओ कार्यालय के बाहर दिया धरना
ग्रामीण मजदूर यूनियन पंजाब सूबा कमेटी के निमंत्रण पर जत्थेबंदियों ने बीडीपीओ दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया।
जगराओं, जेएनएन। ग्रामीण मजदूर यूनियन पंजाब सूबा कमेटी के आह्वान पर विभिन्न यूनियनों ने बुधवार को बीडीपीओ कार्यालय जगराओं के बाहर रोष प्रदर्शन कर बीडीपीओ अमरिंदरपाल सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपा। जत्थेबंदी के जिला प्रधान अवतार सिंह रसूलपुर ने कहा कि कोरोना के लॉकडाउन से मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। सरकार की ओर से घोषित सुविधा भी ढंग से मजदूरों को नही पहुंची।
उन्होंने मांग की है कि हर मजदूर को 15000-15000 रुपये मुआवजा राशि जारी की जाए। मजदूरों के लिए रोजगार प्लाट और मकानों का प्रबंध किया जाए। दलितों के लिए सुरक्षित पंचायती जमीन मजदूरो के लिए ठेके व सांझी खेती के लिए अलाट की जाए। मजदूर किसानों में दोनों की सुविधा संबंधी पाड़ा पाने वाले व पास करने वालों विरूद्ध कारवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से लोगों बचाने के लिए कर्फ्यू और लॉकडाउन लगा दिया गया। ऐसे में कई श्रमिकों के रोजगार चले गए। मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। यहां तक कि केंद्र सरकार से आई सुविधाएं भी दिहाड़ीदार मजदूरों को ढंग से नहीं दी जा रही है। ग्रामीण मजदूर यूनियनों ने सरकार और सरकारी कर्मचारियों पर कई तरह के आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी से मजदूरों को परेशानी हो रही है। उनका घर खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में सरकार को मजदूरों की मदद की जानी चाहिए। ताकि उन्हें रोजगार मिले और उनके घर का खर्च चल सके। इस मौके अजैब सिंह, कुलवंत सिंह, कर्म सिंह, राजा, बूटा सिंह, हरदेव सिंह, बखतौर सिंह अादि मौजूद थे।