मॉक ड्रिल की तस्वीरें वायरल कर फैलाई अफवाहें, केस
अस्पताल मे कोरोना वायरस का शकी मरीज पहुंचने की अफवाह फैलाने के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज किया है।
जासं, समराला :
सोशल मीडिया पर स्थानीय सिविल अस्पताल में कोरोना का मरीज पहुंचने की अफवाह ने समराला के लोगों की नींद उड़ा रखी है। दरअसल जो वीडियो वायरल हो रही है वह प्रशासन और सिविल अस्पताल के अधिकारियों द्वारा पिछले दिनों संयुक्त रूप से किए गए मॉक ड्रील की वीडियो थी।
सिविल अस्पताल के अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस वीडियो के साथ लिखे मैसेज का खंडन करते हुए कहा है कि समराला में कोरोना का कोई मरीज नही है। अब सेहत अधिकारियों ने अफवाह फैलाने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ संबंधित थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। अब पुलिस आरोपित की पहचान कर उसे पकड़ने की तैयारी कर रही है।
क्या है मामला
करीब तीन दिन पहले प्रशासन और सिविल अस्पताल के अधिकारियों ने मिल कर कोरोना वायरस के संभावित खतरे से निपटने के लिए संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल किया था। इस दौरान एसडीएम गीतिका सिंह, सिवल अस्पताल और पुलिस के अधिकारी भी मौजद थे। इसी बीच किसी ने किसी शरारती व्यक्ति ने इस मॉक ड्रिल की वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। इस वीडियो में नीचे लिखा था कि सिविल अस्पताल मे करोना वायरस के मरीज दाखिल होने से लोगों में खौफ है।
कोरोना का कोई मरीज नहीं है अफवाहों पर ध्यान न दें
सिविल अस्पताल की सीनियर मेडिकल ऑफिसर गीतिका कटारिया ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें। अस्पताल में कोरोना का कोई नहीं आया है। बल्कि जो वीडियो वायरल हो रही है वह मॉक ड्रिल की है। यह तैयारियों का जायजा लेने के लिए प्रशान के आदेश पर कुछ दिन पहले किया गया था। उन्होने कहा कि फेक वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ पुलिस को शिकायत की है ताकि अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जा सके।
आरोपित की पहचान की जा रही है
डीएसपी हरिंदर सिंह मान ने कहा कि सोशल मीडिया पर फेक वीडियो वायरल लोगों में डर पैदा करने वाले आरोपित की पहचान की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।
अफवाहों से बचें
एसडीएम गीतिका सिंह ने कहा कि अफवाहों से बचें। सोशल मीडिया मे वायरल हो रही जिस वीडियो में कोरोना मरीज के सिविल अस्पताल में दाखिल होने का दावा किया जा रहा है वह मॉक ड्रिल का है। अस्पताल में ऐसा कोई मरीज नहीं आया है।