लुधियाना में भी कभी होते थे शीप शैंक रोड और लवर्स लेन, अंग्रेजों ने दिए थे यह नाम; आजादी के बाद बदले
सिविल लाइंस इलाके में मुख्य सड़क रानी झांसी रोड है लेकिन चंद लोगों को ही जानकारी है कि कभी इस सड़क का नाम शीप शैंक रोड होता था। शीप शैंक रोड के पास ही शहर की मशहूर माल रोड उस समय एमरसन रोड के रूप में जानी जाती थी।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। शीप शैंक रोड, एमरसन रोड, लवर्स लेन .. इस तरह के नाम अक्सर विदेश में होते हैं, लेकिन आपको हैरानी होगी कि लुधियाना शहर की सड़कों और गलियों के नाम भी कभी इस तरह के होते थे। ऐसे नाम ब्रिटिश साम्राज्य के दौरान तत्कालीन शासकों ने दिए थे। हालांकि, आजादी के बाद इन नामों को बदलकर सड़कों के नाम स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानियों व वीरों के नाम पर कर दिए गए।
कभी शीप शैंक रोड के नाम से जाना जाता था लुधियाना का रानी झांसी रोड
सिविल लाइंस इलाके में ऐसी ही एक मुख्य सड़क रानी झांसी रोड है, लेकिन चंद लोगों को ही जानकारी है कि कभी इस सड़क का नाम शीप शैंक रोड होता था। फव्वारा चौक से घुमार मंडी की ओर जाने वाली रानी झांसी रोड, खालसा कालेज रोड काफी व्यस्त होने के साथ कमर्शियल बन गई है, लेकिन इसका नाम जब शीप शैंक रोड होता था, तो उस समय यह काफी शांत इलाका होता था।
माल रोड एमरसन के नाम से थी मशहूर
खालसा कालेज और रेलवे कालोनी ही दो बड़ी इमारतें थी। कुछ रिहायशी इमारतें थी। इतिहासकार बताते हैं कि वर्ष 1970-71 तक शीप शैंक रोड पोस्टल एड्रेस में भी उपयोग होता था। इतना ही नहीं, इसके आसपास की कुछ सड़कों का नाम भी अंग्रेजों ने दिए थे। शीप शैंक रोड के पास ही शहर की मशहूर माल रोड उस समय एमरसन रोड के रूप में जानी जाती थी।
यह भी पढ़ेंः - ज्ञानी हरप्रीत सिंह का तंज, बोले- हमें पंजाब पुलिस की जरूरत नहीं, बाकी तीन सुरक्षाकर्मी भी लौटा देंगे
प्यार करने वाले करते थे मुलाकात, इसलिए लवर्स लेन पड़ा नाम
ढोडा हाउस ऐसे एससीडी गवर्नमेंट कालेज की ओर जाने वाली डा. हीरा सिंह रोड एक समय लवर्स लेन के रूप में मशहूर थी। 1950 और 60 के दशक में इस इलाके में आबादी बहुत कम होती थी और ट्रैफिक भी नहीं के बराबर होता था। उस समय इस लेन में प्यार करने वाले मुलाकात करते थे और उसके बाद यह लवर्स लेन के रूप में मशहूर हो गई थी। बाद में प्रशासन ने इसी क्षेत्र में रहने वाले शहर के डाक्टर हीरा सिंह के नाम पर इस लेन का नाम कर दिया।