Health Tips: मानसून में संक्रमण से होने वाली बीमारियां बढ़ी, खानपान में सावधानी बरत इस तरह करें बचाव
Health Tips मानसून सीजन में संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। इससे बीमारियों का खतरा पैदा होता है। चिकित्सकों के अनुसार इस मौसम में बेहद सतर्क रहने की जरूरत होती है। डाक्टरों केे मुताबिक इस सीजन में खान पान का विशेष ध्यान रखें।
आशा मेहता, लुधियाना। मानसून में बारिश की फुहारें तन मन को ताजगी पहुंचाती है। गर्मी से राहत दिलाती हैं। लेकिन, यह मौसम में राहत और ताजगी के साथ-साथ सेहत से जुड़ी परेशानियां भी लेकर आता है। बारिश की वजह से तापमान कम रहने से वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे कई तरह के वायरस और बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते हैं। खानपान और रहन-सहन को लेकर जरा सी लापरवाही दिखाने पर यह वायरस और बैक्टीरिया शरीर पर हमला करके रोगी बना देते हैं। चिकित्सकों के अनुसार इस मौसम में बेहद सतर्क रहने की जरूरत होती है।
लुधियाना के डॉ. मनीत का कहना है कि मानसून में संक्रमण से होने वाली बीमारियां बढ़ जाती हैं। इनमें उल्टी, दस्त, हैजा, डायरिया और पेट से संबंधित बीमारियां मुख्य हैं। हमारे पास ओपीडी में रोजाना 25 से 30 मरीज इन बीमारियों से पीड़ित होकर इलाज को आ रहे हैं। रोजाना दस मरीज़ो को भर्ती करना पड़ रहा है। यह सभी बीमारियां खानपान में साफ सफाई का ध्यान न रखने औऱ दूषित पेयजल और खाद्य पदार्थों के सेवन से होती है। ऐसे में लोगों को खानपान को लेकर ध्यान देने की जरूरत है।
वहीं, लुधियाना सिविल अस्पताल की मेडिसन विशेषज्ञ डॉ. अमनप्रीत कौर का कहना है कि उनके पास भी इस समय ओपीडी में रोजाना 40 से 50 मरीज अपच, दस्त, हैजा, उल्टी की शिकायत के साथ आ रहे हैं। कारण, वही है कि लोग बाजार में साफ सफाई के अभाव में बिकने वाले दूषित खाद्य पदार्थ खा रहे हैं। कच्चे फल सब्जियों का सेवन कर रहे हैं। इस समय आम मिल रहा है, तो बहुत से ज्यादा पके हुए और खराब आम भी खा रहे हैं। इनके सेवन से बैक्टीरिया और वायरस शरीर में पहुंच कर पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- कोशिश करें कि घर पर बना खाना ही खाएं।
- पानी ज्यादा पिएं, नींबू पानी, लस्सी का सेवन करें।
- जिन इलाकों में दूषित पेयजल की समस्या है, वहां पानी को अच्छे से उबालकर ठंडा करके पिएं।
- बारिश के मौसम में सड़क के किनारे बिकने वाले कटे हुए फलों का सेवन न करें।
- काफी देर तक खुले में कटे फल रहने से उन पर वायरस व बैक्टीरिया की ग्रोथ हो जाती है।
- बरसात के मौसम में तला, भुना और मसालेदार खाने से भी परहेज करें।
- सस्ते के चक्कर में बाजार से गले सड़े फल और सब्जियां लेकर न खाएं।
- खुले में बिक रहे स्ट्रीट फूड, फास्ट फ़ूड और आयाली फूड न खाएं।
- पेट खराब होने से बचाव के लिए ज्यादा मिर्च मसाले वाले भोजन का सेवन बिल्कुल न करें।