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समराला में रजबाहे का किनारा टूटा, लोगों ने तीन घंटे मिट्टी भर बचाये अपने मकान

समराला में वीरवार रात को 11 बजे गुजर रहे दो रजबाहों में एक छोटे रजबाहे (वाटर डिस्ट्रीब्यूटर) का कमजोर किनारा होने के कारण पानी के बहाव को सह न पाने से टूट गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Jun 2020 02:39 AM (IST)Updated: Sat, 20 Jun 2020 02:39 AM (IST)
समराला में रजबाहे का किनारा टूटा, लोगों ने तीन घंटे मिट्टी भर बचाये अपने मकान
समराला में रजबाहे का किनारा टूटा, लोगों ने तीन घंटे मिट्टी भर बचाये अपने मकान

संवाद सहयोगी, समराला : समराला में वीरवार रात को 11 बजे गुजर रहे दो रजबाहों में एक छोटे रजबाहे (वाटर डिस्ट्रीब्यूटर) का कमजोर किनारा होने के कारण पानी के बहाव को सह न पाने से टूट गया। किनारा टूटने का पता रजबाहे के साथ भरथला सड़क पर रह रहे लोगों को उस समय चला, जब उनके मकानों के पीछे पानी जमा हो गया और उनके मकानों को नुकसान पहुंचना शुरू हो गया। लोगों ने तुरंत सिचाई विभाग के अधिकारियों को सूचना दी, लेकिन वहां कोई न पहुंचा तो लोगों ने किनारे भरने के लिए खुद ही कमर कस ली और तीन घंटे की मेहनत के बाद मिट्टी भरकर रजबाहे के किनारे को बंद कर दिया। इन दोनों रजबाहों में सिंचाई विभाग ने बीते वीरवार को पानी छोड़ा था। पानी छोड़ने से पहले बड़े रजबाहे की सफाई भी करवाई थी, लेकिन साथ गुजर रहे छोटे रजबाहे (वाटर डिस्ट्रीब्यूटर) के कमजोर किनारों की किसी भी सिंचाई विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने जांच करके मिट्टी डालने की कोशिश नहीं की। यही कारण था कि आज समराला में भरथला रोड पर रहने वाले लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। वहीं, सिंचाई विभाग को सूचना करने के बावजूद कोई कर्मी नहीं पहुंचा।

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सिंचाई विभाग के अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं

खमानों में तैनात सिंचाई विभाग के एसडीओ किरनदीप सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि यह किस जगह टूटा है। वह तुरंत ही अपने कर्मचारी को भेज कर इसको बंद करवा देते हैं। जब उनसे यह पूछा गया कि रात को कर्मचारी भेज कर इसको बंद क्यों नही करवाया गया, तो उन्होने कहा कि कर्मचारियों की ड्यूटी रातदिन चलती है, इसलिए मौके पर नही जा सके।

अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ होनी चाहिए कार्रवाई

शिव सेना पंजाब के यूथ के प्रधान रमन वडेरा और मेंबर सुखपाल सुखा ने कहा कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने पानी छोड़ने से पहले किनारों की जांच नहीं की। इस लापरवाही के कारण भरथला रोड पर रह रहे लोगों को समस्या का सामना करना पड़ा। वहीं, किनारा टूटने के बाद भी अधिकारियों को किनारा टूटने के बारे मे कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने मांग की कि पानी के साथ मकानों को पहुंचे नुकसान की भरपाई सिंचाई विभाग करे, जिस कारण यह नुकसान हुआ है।


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