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क्वालिटी मेंटेन करें, इनोवेशन से मिठाई ग्राहकों तक पहुंचाएं

हार्डीज रिजोर्ट में आयोजित पंजाब हलवाई एसोसिएशन की मेगा मीट 2018 में सदस्यों ने एकमत से कहा कि कई तरह की चुनौतियों से घिरे मिठाई कारोबार को उभारने के लिए नई तकनीक से काम लेना होगा। कारोबार में कम हो रहे मार्जिन पर चिंता जताते हुए एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि फास्टफूड एक बड़ी चुनौती बनकर सामने खड़ा है। ऊपर से भारी संख्या में शूगर की चपेट में आ रहे लोग भी कारोबार में मंदी का कारण बने हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Apr 2018 09:03 PM (IST)Updated: Mon, 23 Apr 2018 09:03 PM (IST)
क्वालिटी मेंटेन करें, इनोवेशन से मिठाई ग्राहकों तक पहुंचाएं
क्वालिटी मेंटेन करें, इनोवेशन से मिठाई ग्राहकों तक पहुंचाएं

जासं, लुधियाना : हार्डीज रिजोर्ट में आयोजित पंजाब हलवाई एसोसिएशन की मेगा मीट 2018 में सदस्यों ने एकमत से कहा कि कई तरह की चुनौतियों से घिरे मिठाई कारोबार को उभारने के लिए नई तकनीक से काम लेना होगा। कारोबार में कम हो रहे मार्जिन पर चिंता जताते हुए एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि फास्टफूड एक बड़ी चुनौती बनकर सामने खड़ा है। ऊपर से भारी संख्या में शूगर की चपेट में आ रहे लोग भी कारोबार में मंदी का कारण बने हैं।

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कारोबारियों ने फार्मूला तय किया कि इस डैमेज को कंट्रोल करने के लिए क्वालिटी और इनोवेशन पर ध्यान देना होगा। लुधियाना हलवाई एसोसिएशन की मेजबानी वाले इस समारोह में पंजाब हलवाई एसोसिएशन के चेयरमैन रमेश मित्तल, अध्यक्ष नरिंदरपाल सिंह व लुधियाना हलवाई एसोसिएशन के प्रधान चरणजीत सिंह ने कहा कि संकट की ऐसी घड़ी से निपटने को क्वालिटी मेनटेन करनी होगी। इनोवेशन से ग्राहकों तक नई नई किस्म की मिठाइयां पहुंचानी होंगी जिसके लिए नई मशीनरी की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग क्वालिटी माइडिंड है। कोई भी दुकानदार गलत चीज बेचेगा तो यकीनन वह कारोबार नहीं कर पाएगा।

इस दौरान यूनाइटेड फूड इंग्रेडिएंट्स जालंधर के मनदीप सिंह ने फूड सेफ्टी पर बोलते हुए कहा कि क्वालिटी मेनटेस के लिए फूड सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम अपनाना होगा। मिठाइयां लेबर ने ही बनानी होती है, इसलिए दुकान के मालिक और लेबर का माइंडसेट एक जैसा होना चाहिए। इसके लिए उन्हे ट्रेनिंग देकर फूड सेफ्टी के मापदंड बताने होंगे। सभी प्रोडक्ट के लिए एक स्टैडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर बनाया जाए, जिसमें यह तय हो कि मिठाई तैयार करने में किस रॉ मटीरियल की कितनी मात्रा पड़नी है। ऐसे में कारीगर चेंज भी होगा, तो उसे एसओपी देकर समझाने में दिक्कत नहीं आएगी। क्रिटिकल कंट्रोल प्वाइंटस के लिए मिठाइयों पर बैच नंबर भी डाले जाएं ताकि कभी कोई शिकायत आए तो बैच को चेक करना और यह पता लगाना आसान हो कि कहीं समस्या रॉ मटीरियल से तो नहीं आ रही है। हर मिठाई को स्टोर करने के लिए तापमान अलग हो सकता है, इसलिए स्टाफ को यह पता होना चाहिए कि मिठाइयों को किस तापमान पर स्टोर करना है।

इस दौरान वास्ट लिंकर्स प्राइवेट लिमिटेड मोहाली के सुमित पहूजा ने एमएसएमई की ओर से बताया कि एग्जीबिशन लगाने, टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन के लिए विदेश जाने के लिए एमएसएमई की सब्सिडी योजनाओं का किस तरह लाभ लिया जा सकता है। इस दौरान विपन जैन, हरीश कुमार, डुंगर सिंह, नरिंदर पाल, प्रवीण खरबंदा, कपिल खरबंदा, राकेश कुमार, बलवंत सिंह, अमरनाथ, अर्जुन सिंह, विक्की नारंग, जगमोहन सिंह, महिंदरपाल सिंह उपस्थित रहे।


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