पंजाब में विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई, फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबरों पर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर देने में निजी फर्म का मालिक गिरफ्तार
वर्ष 2020-2021 में लुधियाना जिले की दाना मंडियों में लेबर कार्टेज व ट्रांसपोर्टेशन के काम संबंधी टेंडर जमा कराते समय ठेकेदारों ने जिन वाहनों की सूची विभाग में पेश की थी उनके रजिट्रेशन नंबर स्कूटर मोटरसाइकिल व कारों के पाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने मंगलवार लुधियाना जिले की अनाज मंडियों में लेबर, कार्टेज और ट्रांसपोर्टेशन टेंडर मंजूर करने के मामले में अनियमितताएं पाए जाने पर गुरदास राम एंड कंपनी के मालिक व पार्टनरों के विरुद्ध केस दर्ज करके एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उनके अलावा, खुराक व सिविल सप्लाई विभाग के अधिकारियों\कर्मचारियों और संबंधित खरीद एजेंसियों के कर्मियों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। विजिलेंस ने एसबीएस नगर (नवांशहर) के गांव उधनवाल निवासी कर्मचारी तेलू राम को गिरफ्तार कर लिया है।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद उक्त फर्माें के मालिकों तेलू राम, जगरूप सिंह व संदीप भाटिया समेत सरकारी अधिकारियों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं में लुधियाना में मंगलवार केस दर्ज किया गया है।
जांच के दौरान पाया गया कि वर्ष 2020-2021 में लुधियाना जिले की दाना मंडियों में लेबर, कार्टेज व ट्रांसपोर्टेशन के काम संबंधी टेंडर जमा कराते समय ठेकेदारों ने जिन वाहनों की सूची विभाग में पेश की थी, उनके रजिट्रेशन नंबर स्कूटर, मोटरसाइकिल व कारों के पाए गए। जिला टेंडर कमेटी के अधिकारी व कर्मचारियों ने मिलभुगत के चलते उनकी तस्दीक नहीं की। नियमानुसार उपरोक्त कारणों के पाए जाने पर तकनीकी बोली रद की जानी चाहिए थी। मगर ऐसा नहीं किया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि अनाज की लोडिंग अनलोडिंग से संबंधित गेट पास में ढुलाई के लिए इस्तेमाल किए गए वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर स्कूटर, मोटरसाइकिल व कारों के पाए गए जबकि उक्त वाहनों पर ढुलाई हो ही नहीं सकती। रजिस्ट्रेशन नंबरों की डिटेल व गेट पास पर दर्ज वस्तुओं की मात्रा का यह मामला पहली नजर में हेराफेरी का लग रहा है। गेट पास के आधार पर विभाग के अधिकारियों ने बिना तस्दीक किए तेलू राम ठेकेदार, गुरदास राम एंड कंपनी के मालिक व पार्टनर जगरूप सिंह तथा ठेकेदार संदीप भाटिया को अदायगी भी की।
इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो ने उक्त आरोपितों के साथ साथ विभाग के आरोपित अधिकारियों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज पेश करने, स्वीकार करने, माल की फर्जी ढुलाई के लिए एक-दूसरे के साथ मिलीभगत करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है।