पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने कृषि कानूनों की वापसी को बताया, देश व किसान की जीत
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने कृषि कानूनों की वापसी पर खुशी जताई। हरीश चौधरी ने कहा कि यह देश और किसानों की जीत है और अहंकार की हार है। वह लुधियाना में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
जागरण संवाददाता लुधियाना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गुरु पर्व पर तीनों कृषि सुधार कानून वापस लेने का ऐलान किया है। कृषि कानूनों पर किसान जश्न मना रहे हैं। वहीं, पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने इसे देश व किसान की जीत करार दिया। कहा कि अहंकार हार गया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी ने आज लुधियाना में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि किसान पिछले लगभग एक साल से इन बिलों के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे। 700 किसानों की शहादत हुई। किसानों को उनकी जीत पर बधाई देते हैं। कांग्रेस पहले भी किसान के साथ थी आज भी किसान के साथ है और आगे भी किसान के साथ रहेगी।
हरीश चौधरी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल इन कानूनों की वापसी को लेकर सियासी लाभ लेने का प्रयास करेंगे, लेकिन कांग्रेस किसानों के मुद्दे पर सियासत नहीं करेगी। हरीश चौधरी ने कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में पंजाब में सरकार बेहतर काम कर रही है।
पार्टी प्रत्याशियों का चयन कैसे होगा इस संबंध में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों का फैसला वर्करों की सहमति से लिया जाएगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह पर पूछे गए सवाल को लेकर हरीश चौधरी ने कहा कि कैप्टन पहले से ही बीजेपी के साथ हैं । अब चन्नी सरकार बेहतर काम कर रही है ।उन्होंने कहा कि कांग्रेसी हर काम जनता की राय के साथ करेगी। सीएम पद के उम्मीदवार के नाम को लेकर हरीश चौधरी ने गोलमोल जवाब दिया, कहा कि यह कलेक्टिव लीडरशिप ही तय करेगी।
बता दें, दो दिन पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी एक अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चंडीगढ़ में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की थी। इस दौरान भी हरीश चौधरी ने सीएम फेस को लेकर पत्ते नहीं खोले थे। उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि हर पंजाबी सीएम का फेस है।