Punjab Crime News: लुधियाना में सुपारी किलिंग का पर्दाफाश, महिला समेत तीन गिरफ्तार; आठ की तलाश जारी
हुसैनपुरा के महा एन्क्लेव कालोनी में रहने वाले अरुण भट्टी ने सूचना के अधिकार के तहत उसके सभी दस्तावेज निकलवा लिए थे। अरुण भट्टी माता रानी चौक में मैरिज ब्यूरो और बैंक से कर्ज दिलाने का काम करता है।
लुधियाना, जागरण संवाददाता। सुपारी किलर गिरोह को छह लाख रुपये देकर एक सामाजिक कार्यकर्ता पर जानलेवा हमला करवाने के आरोप में महिला सहित सहित तीन लोगों को पुलिस की सीआइए-2 की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से 19 हजार रुपए भी जब्त किए गए हैं। पुलिस को अब भी आठ और लोगों की तलाश है। पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों की पहचान गोबिंद नगर मोहल्ला निवासी बृजपाल, हैबोवाल निवासी इशू सरसवाल और निशा सभ्रवाल के रूप में हुई।
हैबोवाल के अशोक कुमार उर्फ प्रधान, जगराओं के गुलशन कुमार उर्फ शेरू, जगराओं के काऊंके कलां के दिलप्रीत सिंह उर्फ गोलू, कमलप्रीत सिंह उर्फ कमल और चार अज्ञात की पुलिस को अभी तलाश है। पकड़ा गया बृजपाल नगर निगम में सीवरमैन सुपरवाइजर है। उसे नगर निगम से एक लाख रुपये प्रति माह वेतन मिलता है। उसकी भर्ती को लेकर विभाग में जमा करवाए गए दस्तावेजों में कुछ कमी है।
हुसैनपुरा के महा एन्क्लेव कालोनी में रहने वाले अरुण भट्टी ने सूचना के अधिकार के तहत उसके सभी दस्तावेज निकलवा लिए थे। अरुण भट्टी माता रानी चौक में मैरिज ब्यूरो और बैंक से कर्ज दिलाने का काम करता है। उसके पास जब दस्तावेज आ गए तो उसने बृजपाल को काल कर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। मुंह बंद रखने के लिए उसने बृजपाल से 25 लाख रुपये की मांग की। इस बीच मामले की जांच शुरू हो गई और नगर निगम ने बृजपाल को सस्पेंड कर दिया।
अशोक प्रधान भी नगर निगम में सीवरमैन सुपरवाइजर के पद पर काम करता है। उसकी रेलवे स्टेशन के बाहर दुकान भी है। उसका बेटा ईशु सरसवाल नगर निगम में सीवरमैन है। बृजपाल उनका पड़ोसी है। उसने इन बाप-बेटे से इस मामले को लेकर बात की। अशोक प्रधान ने बृजपाल को निशा सभ्रवाल से मिलवाया। वह हत्या के प्रयास के मामले में अक्टूबर 2022 को जेल से बाहर आई थी।
उसके पति मुनीष सभ्रवाल उर्फ मनी पर शराब तस्करी के पांच केस दर्ज हैं। वह जगराओं इलाके में रहने वाले सुपारी किलर को जानता था। उसी ने बृजपाल को गुलशन कुमार, दिलप्रीत सिंह, कमलप्रीत सिंह और उसके साथियों से मिलवाया। छह लाख में सौदा तय हुआ। इसमें से निशा को 50 हजार रुपये मिले थे।
16 मार्च की रात को किया था हमला
आरोपित गुलशन कुमार, दिलप्रीत सिंह, कमलप्रीत सिंह और उसके साथियों ने 16 मार्च की रात अरुण भट्टी पर हमला कर दिया। उस समय वह दुकान से घर लौट रहा था। हमला जालंधर रोड स्थित मल्होत्रा रिजोर्ट के पास किया गया था। हमलावर उसे मरा समझ कर फरार हो गए थे लेकिन अरुण बच गया। वह अब भी सीएमसी अस्तपाल में उपचाराधीन है।