PSEB 10th Result 2022: किसान की बेटियां हैं 2nd और 3rd टापर दिलप्रीत और कोमलप्रीत, डाक्टर बनने की तमन्ना
PSEB Punjab Board Class 10th Result 2022 10 वीं के नतीजाें में गरीब परिवाराें की बेटियाें ने सफलता का परचम लहराया है। दोनों ही लड़कियां साधारण किसान परिवारों से संबंधित हैं। इस बार प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलों को पिछड़ दिया है।
जागरण संवाददाता, संगरूर। PSEB 10th Result 2022: पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में जिला संगरूर की दाे छात्राओं ने नाम चमकाया है। यहां के गुरु तेग बहादुर पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल कांझला की छात्रा दिलप्रीत कौर ने 99.08 फीसद अंक से जहां पंजाब भर में दूसरा स्थान हासिल किया, वहीं भुटाल पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल भुटाल कला की छात्रा कोमलप्रीत कौर ने 98.77 अंकों से पंजाब भर में तीसरा स्थान हासिल करके जिले का नाम रोशन किया।
दोनों ही छात्राएं साधारण किसान परिवारों से संबंधित हैं। इस बार प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलों को पिछड़ दिया है। जिला संगरूर की बात करें तो 13622 विद्यार्थियों ने दसवीं की परीक्षा दी थी, जिसमें से 13478 विद्यार्थियों ने परीक्षा पास की। जिला संगरूर का दसवीं का परिणाम 98.94 फीसद रहा।
डाक्टर बनना चाहती है दिलप्रीत कौर
गांव कांझला के किसान रवि सिंह की पुत्री दिलप्रीत कौर ने दसवीं कक्षा में 644 अंक से पंजाब भर में दूसरा स्थान हासिल किया है। दिलप्रीत कौर ने कहा कि उसकी सफलता की कुंजी उसके द्वारा लिखित कार्य को अधिक तवज्जों देना है, क्योंकि वह केवल किताबों को रट्टने तक सीमित नहीं है। बल्कि वह लिखित तौर पर अपने सिलेबस की रिविजन करती है, जिससे वह परीक्षा की सटीक तैयारी करती है। रोजाना सुबह जल्दी उठकर वह अपनी पढ़ाई करती है और केवल परीक्षा के समय में ही तैयारी में जुट जाने की आदत नहीं है, बल्कि हर दिन ही परीक्षा की तैयारी मानकर पढ़ाई करती है, ताकि परीक्षा के दिनों में परीक्षा के तनाव को दूर रखा जा सके।
वह अपना अधिकतर कार्य लिखित तौर पर करती है, जिसकी बदौलत उसे अपने पाठयक्रम याद रहते हैं व उसे इसकी बदौलत ही सफलता मिली है। दिलप्रीत कौर ने कहा कि वह बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती है, जिसके चलते उन्हें उसने अभी से तैयारी आरंभ कर दी है। दसवीं की यह परीक्षा उसकी अपनी सफलता की तरफ पहला कदम है। दिलप्रीत ने कहा कि वह केवल अपनी पुस्तकें पढ़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य ज्ञानवर्धक पुस्तकें पढ़ने को भी बराबर का समय देती है। परिवार समेत अध्यापकों के मिली मदद की बदौलत उसने यह सफलता हासिल की है। अब मेडिकल की पढ़ाई शुरू करेगी, ताकि डाक्टर बनकर लोगों की सेवा कर सके।
कोमलप्रीत ने टाइम टेबल बनाकर की पढ़ाई
अपने पिता तरसेम सिंह व माता हरविंदर कौर के साथ तीसरा स्थान हासिल करने वाली कोमलप्रीत कौर।
भुटाल पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल भुटाल कला की छात्रा कोमलप्रीत कौर ने बताया कि जिंदगी में सफलता के लिए समय का सही प्रयोग सबसे अहम है। वह अपनी पढ़ाई टाइम टेबल बनाकर करती है। हर पुस्तक को वह रोजाना समय देती व हर पुस्तक के एक चैप्टर की तैयारी वह रोजाना करती है। इसकी बदौलत परीक्षा से पहले ही उसकी तैयारी मुकम्मल हो जाती है, क्योंकि वह सभी विषयों की पढ़ाई टाइम टेबल बनाकर कर देती है। इसकी बदौलत यहां उसकी सभी विषयों के सभी चैप्टर की तैयारी हो जाती है, वहीं उसे परीक्षा के दिनों में दोबारा से सिलेबर रिवाइज करने का समय भी मिल जाता है।
उसकी परीक्षा से पहले पूरी तैयारी दो बार हो जाती है। इसकी बदौलत ही उसने दसवीं की परीक्षा में तैयारी की थी, जिसका उसे आज फल भी मिला है। उसके अध्यापक ने हमेशा उसकी मदद की है व उसे परीक्षा की तैयारी करने की यह तरीका सिखाया। अध्यापकों के मार्गदर्शन की बदौलत ही उसे आज यह सफलता मिली है। कोमलप्रीत कौर के पिता तरसेम सिंह किसान हैं।