जत्थेबंदियों ने एसडीएम दफ्तर के समक्ष किया रोष प्रदर्शन
शुक्रवार को रायकोट में इलाके की समूह ट्रेड यूनियनों के नुमाइंदों की अगुआई में रोष प्रदर्शन किया गया।
जेएनएन, रायकोट : राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेड यूनियनों द्वारा दिए जा रहे देश भर में लोक विरोधी नीतियों के खिलाफ रोष प्रदर्शन की कड़ी के तहत शुक्रवार को रायकोट में इलाके की समूह ट्रेड यूनियनों के नुमाइंदों की अगुआई में रोष प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर जत्थेबंदियों ने केंद्र व पंजाब सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सरकारों पर लोक विरोधी नीतियों को जारी करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इन नीतियों के कारण महंगाई तेजी से बढ़ रही है। पिछले करीब चार हफ्तों से डीजल और पेट्रोल की कीमतें आसमान को छूने लगी हैं। बस किराए में पंजाब सरकार ने बढ़ोतरी कर लोगों की जेब पर डाका डाला है। उन्होंने कहा कि लोगों के संघर्ष द्वारा ही इन लोक विरोधी नीतियों को वापस करवाया जा सकता है। नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र की किसान व मजदूर विरोधी नीतियों के कारण देश आर्थिक तौर पर कमजोर हो रहा है। उन्होंने कहा सरकार की ओर से कानूनों में संशोधन कर व्यक्तियों के कानूनी हक समाप्त किए जा रहे हैं। पब्लिक सेक्टर का निजीकरण कर विनिवेश किया जा रहा है, जिससे पब्लिक सेक्टर समाप्ति की ओर जा रहा है। उन्होंने मजदूरों की बात करते हुए कहा कि प्रत्येक मजदूर के खाते में आर्थिक मदद के लिए 7500 रुपए डाले जाएं। इस समय प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी तहसीलदार रायकोट मुख्तियार सिंह को सौंपा गया। इस रोष प्रदर्शन में प्रमुख तौर पर जितेंद्र पाल सिंह, दलजीत गोरा, प्रकाश सिंह बर्मी, निरपाल सिंह जीलालदीवाल, चरण सिंह नूरपुरा, बलजीत कौर, चमकौर सिंह बसिया, बलविदर सिंह ताजपुर, संतोष सिंह हलवारा, गुरप्रीत सिंह,शादी खान आज प्रमुख तौर पर हाजिर थे।