Move to Jagran APP

निजी बसें यूपी व बिहार के श्रमिकों की मजबूरी को देख करने लगी शोषण

खन्ना किसी तरह अपने घर पहुंचने की इच्छा रखकर उत्तर प्रदेश खऔर बिहार तक पैदल यात्रा तक कर रहे मजदूरों का अब निन्जी बस आप्रेटर भी शोषण करने लगे हैं। वे मंजूरी होने का झूठ बोलकर मजदूरों से मोटा किराया वसूल उन्हें बसों में बिठा रहा हैं और फिर पास के इंतजार में उन्हें रास्ते में बें रोक कईं घंटों का इंतजार भूखे प्यासे रहकर कराया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 May 2020 05:00 AM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 05:00 AM (IST)
निजी बसें यूपी व बिहार के श्रमिकों की मजबूरी को देख करने लगी शोषण
निजी बसें यूपी व बिहार के श्रमिकों की मजबूरी को देख करने लगी शोषण

सचिन आनंद, खन्ना

loksabha election banner

किसी तरह अपने घर पहुंचने की इच्छा रखकर उत्तर प्रदेश व बिहार तक पैदल जाने वाले श्रमिकों का अब निजी बस आपरेटर शोषण करने लगे हैं। वे मंजूरी होने के बारे में झूठ बोलकर मजदूरों से मोटा किराया वसूल उन्हें बसों में बिठा रहे हैं और फिर पास के इंतजार में उन्हें रास्ते में बसें रोककर कई घंटों का इंतजार भूखे-प्यासे रखकर करवा रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में रविवार देर रात को जिला यूथ कांग्रेस की टीम को दखल देना पड़ा।

जानकारी के अनुसार लुधियाना से दो निजी बसों ने रविवार तड़के चार बजे 70 लोगों को बिठा लिया। उन्हें कहा गया कि उनकी बसों के पास उत्तर प्रदेश जाने के लिए पास है, लेकिन ऐसा नहीं था। मजदूरों से भरी बसों को खन्ना के पास लिबड़ा गांव के एक पेट्रोल पंप पर सुबह पांच बजे यह कहकर खड़ा कर दिया गया कि पास लेकर कंपनी के लोग आ रहे हैं। इसके बाद ये यात्री जिनमें महिलाएं और बच्चे भी थे, दोपहर तक भूखे बैठे रहे। इस दौरान किसी संस्था की ओर से उन्हें वहां देखकर भोजन पहुंचाया गया। मगर, रात तक बसें वहीं रूकी रहीं। इसके बाद रात को जिला यूथ कांग्रेस के प्रधान अमित तिवारी की टीम जानकारी मिलने पर वहां पहुंची और मजदूरों को भोजन देने के साथ संबंधित बसों के ड्राइवरों को खूब लताड़ लगाई। इसके बाद बस चालक मालिकों से बात कर बसों को लगभग रात दस बजे वहां से ले गए।

उधर, तिवारी और उनकी टीम ने उक्त बसों का पीछा किया तो देखा कि बसों को राजपुरा में आधी रात को रोक दिया गया था। वहां पर संबंधित बस कंपनी वालों ने कहा कि सुबह हर हाल में बसें रवाना हो जाएंगी। आखिर सोमवार तड़के पूरे 24 घंटे बाद पास मिलने पर इन बसों ने पंजाब का बार्डर पार किया।

-----------------

प्रति सवारी वसूले 3300 रुपये

श्रमिकों ने तिवारी को बताया कि लुधियाना में ही उनसे प्रति व्यक्ति 3300 रुपये किराया वसूल लिया गया। उसके बाद उन्हें भूखे-प्यासे खन्ना में बिठाए रखा। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के पास तो किराया भी नहीं था और उन्होंने गांवों में अपने घरों से पैसे मंगवा कर किराया अदा किया। इसके साथ ही उन्होंने लुधियाना में किराये के मकान भी खाली कर दिए हैं और वे वापस जाने की स्थिति में भी नहीं हैं।

----------------

निजी बस आपरेटर गरीबों पर रहम करें : तिवारी

जिला यूथ कांग्रेस प्रधान अमित तिवारी ने कहा है कि निजी आपरेटर महामारी के इस दौर में गरीबों पर रहम करें। यह शोषण है और इस तरह से आपरेटर खुद भी पापी बन रहे हैं। कानून के लिहाज से भी ऐसा करना गलत है। निजी बस आपरेटर शौक से किराया वसूलें, लेकिन एक भी मजदूर को बस में बिठाने से पहले पास जरूर हासिल करें। तिवारी ने कहा कि भविष्य में अगर ऐसा कोई मामला आया, तो वह कानूनी कार्रवाई के लिए बाध्य होंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.