Coronavirus से निपटने के लिए आइएमए से मांगी मदद, मेडिकल सेटअप का मिला सुझाव
सरकारी अस्पतालों में अभी भी कोरोना वायरस संक्रमित व संदिग्ध मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्थाएं नहीं हैं। ऐसे में सरकार ने अब निजी अस्पतालों के संचालकों का सहयोग मांगा है।
लुधियाना, जेएनएन। सरकारी अस्पतालों में अभी भी कोरोना वायरस संक्रमित व संदिग्ध मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्थाएं नहीं हैं। ऐसे में सरकार ने अब निजी अस्पतालों के संचालकों का सहयोग मांगा है। जिसके तहत राज्य के प्रिंसिपल स्वास्थ्य सचिव अनुराग अग्रवाल ने आइएमए पंजाब व आइएमए के जिला पदाधिकारियों की चंडीगढ़ में बैठक बुलाई। इसमें लुधियाना से आइएमए पंजाब के पूर्व प्रधान डॉ. मनोज सोबती, पीएमसी सदस्य डॉ. कर्मवीर गोयल व आइएमए लुधियाना के पूर्व डॉ. कुलवंत सिंह भी थे।
बैठक में प्रिंसिपल स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकारी अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर व पर्याप्त स्टाफ नहीं है। ऐसे में वह चाहते हैं कि निजी अस्पताल कोरोना वायरस से निपटने में सहयोग करे। उन्होंने आइएमए सदस्यों से कहा कि सरकार चाहती है कि हरेक निजी अस्पताल अपने यहां से एक-एक वेंटीलेटर दे। जिस पर सदस्यों ने दबी आवाज में असमर्थता जाहिर की और सुझाव दिया कि इसके बजाये प्रत्येक जिले में एक अलग जगह पर दस बेड का वेंटीलेटर युक्त आइसीयू मेडिकल सेटअप स्थापित किया जाए।
डॉ. मनोज सोबती ने कहा कि दस बेड के वेंटीलेटर युक्त आइसीयू वाले मेडिकल सेटअप के लिए आइएमए से जुड़े विशेषज्ञ नि:शुल्क परामर्श देंगे। सरकार केवल मेडिकल सेटअप में पेरामेडिकल स्टाफ, ईएमओ, नर्सिग स्टाफ सहित दवाएं उपलब्ध करवाएं। डॉ. सोबती के अनुसार स्वास्थ्य सचिव उनके सुझाव से सहमत हुए हैं।
उन्होंने कहा कि आइएमए अब सेटअप के लिए मॉडल तैयार करके देगी। जिसके तहत पहला मेडिकल सेटअप जालंधर में लगाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि जिन शहरों में मेडिकल कॉलेज हैं, वहां पर भी दस बेड के वेंटीलेटर युक्त आइसीयू वाले मेडिकल सेटअप स्थापित किए जाएं।
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