प्रभजोत साही साहित्य सभा के प्रधान व राजदीप तूर बने सचिव
साहित्य सभा जगराओं की मासिक बैठक में प्रभजोत सोही की अध्यक्षता में हुई।
जागरण संवाददाता, जगराओं : साहित्य सभा जगराओं की मासिक बैठक में प्रभजोत सोही की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान साहित्यकार डॉ. राहत इंदौरी व डॉ. शरणजीत कौर हेरां को श्रद्धांजलि दी गई। इसके उपरांत सभा के सचिव राजदीप तूर की ओर से पिछले दो वर्षो के समय दौरान सभा की ओर से की गई साहित्यक गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। इसी दौरान ने पदाधिकारियों का चयन किया गया, जिसमें अवतार जगराओ को सरपरस्त, प्रभजोत सोही को प्रधान, राजदीप तूर को सचिव, गुरजीत सहोता को उपप्रधान, हरबंस अखाड़ा को कोषाध्यक्ष, प्रेस सचिव दविदरजीत बुजुरग पर प्रो. कर्म सिंह संधू को निर्णायक तौर पर चुना गया। इसके अलावा हरकोमल बरियाड़, हरचंद गिल, ईश्र सिंह मोजी, हरप्रीत अखाड़ा, अर्शदीप पाल सिंह व गुरदीप मनकू का चयन किया गया है।
इस दौरान पंजाबी भाषा के प्रचार व प्रसार करने के लिए सेमिनार, लघु कहानी व कहानी दरबार करवाने का फैसला किया गया। बैठक में जम्मू-कश्मीर में पंजाबी भाषा का दर्जा समाप्त करने व कृषि विधेयक की निंदा की गई।
इसी दौरान रचनाओं के दौर में हरकोमल बरियाड़ ने कुछ शेयर व गीत, बुढ़ापा आया दुख बंद-बंद मित्रों, दविदरजीत बुजुर्ग ने लघु कहानियां गंड, कबाड़, हरबंस अखाड़ा ने कविता, मेरा पिड व मैं व हरचंद गिल ने रचना, गुजर चुकी सावन झड़ियां, जगजीत जीत ने कविता, इश्के दे किन्ने रंग दुनिया पर, अजीत प्यासा ने कविता, नयनों में आकर बस गया, जब अक्ष झल्ले इश्का का, प्रो. कर्म सिंह संधू ने पाकिस्तानी शायर साथिया रियात पेश किया। राजदीप तूर ने गीत व मोड़ दियो सानूं रंगला पंजाब व प्रभजोत सोही ने नजम पेश की। इस मौके पर अर्शदीप पाल सिंह, अवतार जगराओं, ईश्र सिंह मौजी, रविदर अनाउ़ी, गुरदीप मानकू ने भाग लिया। इस मौके पर प्रधान प्रभजोत सोही ने साहित्यकारों का धन्यवाद किया।